महारानी कमलापति के नाम पर किया जाये भोपाल मेट्रो रेल परियोजना का नामकरण
भोपाल। गोंडवाना समय।बीते दिनों भोपाल में मेट्रों रेल परियोजना का नामकरण राजा भोज के नाम पर किये जाने के बाद देश में सर्वाधिक आदिवासी जनसंख्या वाला मध्य प्रदेश में निवासरत आदिवासी समाज के लोगों में नाराजगी व आक्रोश व्याप्त है एवं उन्होंने भोपाल मेट्रों रेल परियोजना का नामकरण महारानी कमलापति मेट्रो रेल परियोजना किये जाने को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ को पत्र लिखा है।
उक्त जानकारी देते हुये संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन मध्य प्रदेश के सह संयोजक विनोद सिंह बट्टी द्वारा उल्लेखित पत्र में उन्होंने लेख किया है कि वर्तमान में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पूर्व इतिहास में गोंडवाना की ऐतिहासिक नगरी जिसका प्रारंभिक नाम भूपाल शाह सल्लाम के नाम से भूपाल था और उसी दौरान महारानी कमलापति सल्लाम ने ऐतिहासिक गढ़ किलो का निर्माण कराया था जिसके साक्ष्य आज भी भोपाल के बड़ा तालाब के आस पास मौजूद है। जो कि अपने स्वर्णिम व गौरवशाली वैभव के प्रमाण स्वरूप को आज भी दिखाई दे रहे है इसलिये इन ऐतिहासिक गौरवशाली प्रमाण को जिंदा रखे जाने की सख्त आवश्यकता है । विगत दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा भोपाल के विकास के लिये वृहद परियोजना भोपाल मेट्रों रेल परियोजना का नामकरण भोज मेट्रो रेल परियोजना किये जाने से संपूर्ण गोंडवाना गोंड समाज में आक्रोश व्याप्त है एवं वह अपने आप में ठगा हुआ सा महसूस कर रहे है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ जो कि आदिवासी हितेषी सरकार की संज्ञा हमेशा देते रहते है उनसे संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन ने विनम्र आग्रह किया है कि भोपाल मेट्रो रेल परियोजना के नाम को संशोधित कर भोपाल के आदिवासी ऐतिहासिक गौरव को स्थापित करते हुये महारानी कमलापति मेट्रो रेल परियोजना किये जाने के लिये किया है। वहीं समस्त गोंड समाज ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ से ऐतिहासिक फैसले की आशा भी किया है ।