श्रोताओं को वन्स मोर कहने पर कर दिया मजबूर
ग्राम मेहता में हुआ बेजोड़ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
बालाघाट। गोंडवाना समय।श्री साहेबलाल दशरिये जी के संयोजन में बीते दिनों ग्राम मेहता में बेजोड़ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम श्री भगवान दास शिवहरे जी के द्वारा कवियों का सम्मान शाल एवं स्मृति चिन्हों के माध्यम से किया गया। क्षेत्र के कहानीकार श्री अजय बोपचे जी को भी उनकी साहित्य साधना के लिए सम्मानित किया गया। तत्पश्चात कवि सम्मेलन के संचालन की बारी देश के नामचीन कवि श्री ब्रजकिशोर पटेल जी के हाथों में सौंपी गई। जिन्होंने पल में हास्य का हुजूम खड़ा कर दिया। सरस्वती वंदना बालाघाट से पधारे कवि साहेबलाल दशरिये ने छन्दों के माध्यम से किया। जिसे श्रोताओं ने मंत्रमुग्ध होकर सुना। प्रथम आहुति के लिये बुलाया गया कहानी के युवा गीतकार श्री प्रमोद गोल्हानी को, जिन्होंने बखूबी अपना काम किया।
दूसरे क्रम में घंसौर के क्षेत्रीय भाषा के विशेषज्ञ कवि श्री दौलत राम रजक को, जिन्होंने अपनी जोरदार शैली से आनन्दित किया तीसरे क्रम पर श्री साहेबलाल दशरिये ने छन्दों से अपनी प्रस्तुति देकर अपने अंदाज में अपनी बात कही। अगले क्रम में श्री डॉ रामकुमार चतुवेर्दी सिवनी ने अपने तरकश के अनेकों व्यंग्यबाण छोड़े। फिर बारी आदरणीय जगदीश तपिस जी जो ओज के जाने माने हस्ताक्षर हैं, ने वातावरण को उर्जित कर दिया। अंत में मधुर आवाज की सुश्री रमा टेकाम प्रेमशान्ति ने शांतिपूर्वक अपना पाठ कर श्रोताओं को वन्स मोर कहने पर मजबूर कर दिया।
संचालन कर कर रहे श्री पटेल ने अपनी कविता से अंत में हास्य का परमाणु बम ही फोड़ दिया। कुल मिलाकर यह सम्मेलन एतिहासिक हो गया। प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम को दोहराने की शपथ के साथ ही गांव के उभरते साहित्यकार श्री बंशीधर शिवहरे ने कविताओं के साथ धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में दूर दूर से श्रोतागण पधारे थे, जिनमे हरेराम ठाकुर जी, श्रीमती गीतेश्वरी ठाकुर जो कि यूट्यूब पर गीता गीतमाला पर भजन गायन के लिए जानी भी जाती हैं, श्री मोकेश ठाकुर, श्री मारापा जनशिक्षक, श्री दादूभाई धार्मिक लेखपाल के अलावा अनेकों लोगों ने कवि सम्मेलन को कवि सम्मेलन बनाया। ग्रामीणों में प्रमुख रूप से श्री कमलेश कुशवाहा, लोचन प्रसाद कुशवाहा, जगदीश शिवहरे के साथ अनेकों लोगों ने अपनी जीवन्त उपस्थिति दी।