गोंड जनजाति कला वर्ष के रूप में मनाया जाएगा मध्यप्रदेश स्थापना दिवस-कमल नाथ
जनजातीय संग्रहालय के आकर्षण में वृद्धि के साथ साउण्ड एंड लाइट शो की व्यवस्था होगी
विशेष जनजाति वर्गों के कला व जीवन पर केंद्र बनाने के लिये कहा
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने संस्कृति विभाग की समीक्षा के दौरान दिया निर्देश
मध्य प्रदेश में पूरे देश में सर्वाधिक आदिवासी जनंसख्या वाला प्रदेश है और मध्य प्रदेश में सर्वाधिक गोंड जनजाति निवास करती है वहीं इसके साथ ही मध्य प्रदेश में धरती के पहले मानव बैगा जनजाति से लेकर भारिया, सहारिया, कोल, भील जनजाति भी निवासरत है इन सबकी कला, संस्कृति को संजोने, संरक्षित करने के साथ पहली बार मुख्यमंत्री कमल नाथ की पहल पर मध्य प्रदेश में मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस गोंड जनजाति कला वर्ष के रूप में मनाया जायेगा।
भोपाल। गोंडवाना समय।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर प्रदेश के इतिहास और विकास यात्रा को रेखांकित करते हुए आम लोगों की भावनाओं के अनुसार व्यापक पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में सर्वाधिक गोंड जनजाति के आदिवासी भाई मध्यप्रदेश में निवास करते हैं। स्थापना दिवस पर गोंड जनजाति की कला और उनके विशिष्ट कार्यों को पूरे देश में प्रचारित किया जाए। उन्होंने गुरुनानक जी के 550 वें प्रकाश पर्व, 14 नवम्बर को पं. जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस और 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्य-तिथि पर पूरे प्रदेश में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष पर चल रहे कार्यक्रमों की रिपोर्ट भी देने को कहा । श्री कमल नाथ मंगलवार को मंत्रालय में संस्कृति विभाग की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ उपस्थित थी।
साहित्यकारों एवं कलाकारों की सहायता एवं चिकित्सा राशि में होगी वृद्धि
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अथार्भावग्रस्त साहित्यकारों एवं कलाकारों की मासिक सहायता और चिकित्सा सहायता राशि में वृद्धि करने के प्रस्तावों को मंजूरी दी। उन्होंने प्रस्ताव मंत्रिमंडल की बैठक में रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब हम रहवासियों को प्रदेश के गौरव से जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम विभिन्न आयोजन कर उसमें प्रदेश के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
गुरुनानक जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर राज्य स्तरीय समिति गठित करे
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि गुरुनानक जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर राज्य स्तरीय समिति गठित करें और उसके माध्यम से कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार की जाए। मुख्यमंत्री ने पं. जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस 14 नवम्बर पर बाल सृजन केन्द्रित बहु आयामी गतिविधियों के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्य-तिथि पर देश के विकास में उनके अवदान पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल स्थित जनजातीय संग्रहालय के आकर्षण में और अधिक इजाफा करते हुए वहाँ साउण्ड एंड लाइट शो की व्यवस्था भी करें।
राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ शाह निर्माण तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बैगा, भारिया और सहरिया जनजातियों से जुड़ी संस्कृति, कला, जीवन आदि पर संदर्भ केन्द्र बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा जिले के पाताल कोट तामिया में भारिया जनजाति बहुतायत में रहती है। उनकी प्रगति और उनके परिवेश को संरक्षित करें। बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार जबलपुर में राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह के नाम पर स्मारक संग्रहालय निर्माण की डीपीआर तैयार करने और भिण्ड जिले में शौर्य स्मारक निर्माण की तत्काल कार्यवाही करने को कहा गया। बताया गया कि सामाजिक सद्भाव के लिए पूरे प्रदेश में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भारत भवन में रंग मंडल रेपर्टरी पुन: स्थापित की जाएगी। युवाओं में रचनाशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें विभिन्न कला आयामों से जोड़ा जाएगा। बैठक में मध्यप्रदेश के चित्र शैलाश्रयों के दस्तावेजीकरण एवं संरक्षण तथा लालबाग पैलेस, इंदौर के अनुरक्षण एवं विकास कार्यों का अनुमोदन किया गया। मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती, प्रमुख सचिव श्री पंकज राग एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्िथत थे
Efforts of the Govt of Madhya Pradesh is appreciated.All tribal cultures are closely associated with nature.If nature is to be preserved,environment to be saved worth living,then it is high time to go back to nature.It will be great learning,if exhibited in proper perspective.wish all success to the plan.
ReplyDelete