आदिवासी विद्यार्थियों के लिये मैनिट में नि:शुल्क प्रशिक्षण
निजी संस्थान से लेंगे प्रशिक्षण तो आयेगा 40-50 हजार खर्च
भोपाल। गोंडवाना समय।भोपाल स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मेनिट में 10 दिनों का निशुल्क वर्कशॉप/प्रशिक्षण 5 से 14 नवंबर तक सेंसर नेटवर्क्स, इंटरनेट आॅफ थिंग्स एंड इंटरनेट आॅफ एवरीथिंग विषय पर प्रशिक्षण होना है। जिसमे आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी के प्रोफेसर एवं संबंधित कंपनी के विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे। इसमे मात्र 30 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। किसी भी राज्य के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। वहीं 30 चयनित उम्मीदवारों के लिए नाश्ता, भोजन, स्टडी मटेरियल, आने जाने का किराया,पंजीयन किट, कोर्स से संबंधित किताब, रहने की व्यवस्था निशुल्क किया जाएगा। यदि आदिवासी समाज के महिला/पुरूष उम्मीदवार नहीं मिलते हैं तो एससी/ओबीसी/ सामान्य /अन्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। इस वर्कशॉप के लिए डिपार्टमेंट आॅफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भारत सरकार से स्वीकृत कराने के लिए डॉ लक्ष्मी कुमरे सहायक प्राध्यापक, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन विभाग, मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल के अथक प्रयास रहे हैं। उनके प्रयास तब सफल होंगे जब 30 उम्मीदवार आदिवासी समाज के प्रशिक्षण लेंगे। इस प्रशिक्षण के लिए किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज के फैकल्टी और इंजीनियरिंग क्षेत्र के पीएचडी स्कॉलर (महिला/पुरुष) पात्र होंगे। उम्र /इनकम का कोई बंधन नहीं है। यदि आदिवासी समाज के उम्मीदवार नहीं मिलते हैं तो उपरोक्त अनुसार दूसरे समाज के उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
आदिवासी विद्यार्थी नहीं ले रहे रूची आखिर क्यों ?
लेकिन देखा जा रहा है कि इस निशुल्क प्रशिक्षण के लिए आदिवासी समाज के उम्मीदवार रुचि नहीं ले रहे हैं जबकि दूसरे समाज के बहुत उम्मीदवार आवेदन कर चुके हैं। यदि इस वर्कशॉप में 100% आदिवासी समुदाय के उम्मीदवार भाग लेते हैं तो आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए अन्य प्रोजेक्ट के लिए भी प्रयास कियाजाएगा। जिसके माध्यम से इकोफ्रेंडली शिक्षित और आदर्श गांव बनाने के लिए मदद मिलेगा। भारत सरकार में आदिवासी समाज के लिए बहुत सी योजनाएं हैं इसका लाभ लेना चाहिए। इस प्रशिक्षण के प्रमुख समन्वयक डॉ लक्ष्मी कुमरे 9406533670, डॉ विजय श्री चौरसिया 9425011972, डॉ प्रियंका धुर्वे 9826364187 हैं। प्रशिक्षण से संबंधित कोई जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते हैं। वहीं यदि यह प्रशिक्षण प्राइवेट संस्थान से करते हैं तो लगभग 40 से 50 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं।