फाइनेंस कम्पनी, पुलिस को धोखा देने ट्रक चोरी की लिखाई झूठी रिपोर्ट
बरघाट में धोखाधड़ी के बाद डूंडासिवनी पुलिस को कर रहा था गुमराह
सिवनी। गोंडवाना समय।फाइनेंस कम्पनी की किश्त न चुकाने और फर्जी नंबर से दो ट्रकों का संचालन कर ट्रक चोरी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने वाले 420 करने वाले को पुलिस ने दबोच लिया है। चोरी के मामले में जांच कर डूंडासिवनी पुलिस ने एक ही व्यक्ति के 420 बीसी के दो अलग-अलग मामलों का खुलासा गुरूवार को प्रेस कान्फ्रेस के दौरान किया है। पुलिस के हत्थे चढ़ा 420 बीसी का यह आरोपी दो ट्रकों को कबाड़ में बेच चुके ट्रक के नंबर से संचालन कर आरटीओ, पुलिस और फाइनेंस कम्पनी को धोखा दे रहा था।
चोरी की दर्ज कराई झूठी रिपोर्ट, पुलिस ने की जांच तो निकला 420
सिवनी शहर के गुरूनानक वार्ड निवासी अनीस खान ने 29 मार्च 2019 को डूंडासिवनी थाने में लिखित शिकायत कराई थी कि उसका ट्रक क्रमांक एमपी 20 एचबी 2952 28 एवं 29 मार्च की दरमियान रात को कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है। डूंडासिवनी पुलिस ने 8 अप्रैल 2019 को अपराध क्रमांक 135/19 धारा 379 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की। डूण्डासिवनी पुलिस थाना प्रभारी अमित विलास दाणी और उनकी टीम ने प्रार्थी अनीस खान पर ही संदेह जाहिर ट्रक चोरी को लेकर गहन पूछताछ की लेकिन शातिर अनीस खान ने कोई राज नहीं उगला। वहीं जांच को प्रभावित करने के लिए थाने के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की झूठी शिकायत भी किया था।इसी बीच पुलिस को मुखबिर से अनीस खान द्वारा चोरी रिपोर्ट दर्ज कराए, ट्रक में कलर कर हुलिया एवं नंबर प्लेट बदलकर दूसरे जिले में संचालन की भनक लगी। वहीं पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नरसिंहपुर, नागपुर, अमरवती सहित अन्य जिलों में ट्रक की पतासाजी किया। गहन जांच में जुटी डूंडासिवनी पुलिस को पता चला जिस ट्रक की अनीस खान द्वारा चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, वह ट्रक छिंदवाड़ा से महाराष्ट्र की ओर चलवाया जा रहा है। पुलिस ने जब पतासाजी किया तो छिंदवाड़ा से पता चला कि चालक रहीम खान द्वारा हिन्दुस्तान लीवर से 24 अगस्त को साबून भरकर ट्रक खामगांव महाराष्ट्र ले जाया गया है। इसी बीच अनीस खान को भी भनक लग गई कि पुलिस को ट्रक संबंधित जानकारी लग गई है।
पुलिस ने 04 सितंबर को चालक रहीम खान को थाने में तलब किया । जिसके द्वारा अनीस खान का ट्रक क्रमांक एमपी 20 एचबी 1086 नंबर प्लेट लगा हुआ ट्रक चलाना स्वीकार किया। वहीं उसने पुलिस को यह भी बताया कि 4 सितंबर को अनीस खान उसे छोड़कर वरूण मोरसी जिला अमरावती खुद ले गया है। डूंडासिवनी पुलिस ने अनीस खान को तलब किया और गहन पूछताछ की तो उसने बताया कि ट्रक फर्जी नंबर प्लेट एमपी 20 एचबी 1086 के नंबर से संचालित किए जा रहे ट्रक क्रमांक एमपी 20 एचबी 2952 को पीली नदी नागपुर के पास समीर कबाड़ी के यहां ट्रक कटवाए जाने की बात कबूल की। पुलिस ने कबाड़खाना की तलाशी करने के बाद ट्रक का चेचिस सहित अन्य पार्टस बरामद कर लिए।
किश्त से बचने और बीमा राशि का लाभ लेने की थी चोरी की झूठी शिकायत
पुलिस की पूछताछ में अनीस खान ने बताया कि उसने ट्रक क्रमांक एमपी 20 एचबी 2952 नंबर के ट्रक को जबलपुर के संदीप राजपूत से 2011 में डेढ़ लाख रुपए नकद राशि देकर फाइनेंस की बकाया राशि नौ लाख 50 हजार रुपए को प्रतिमाह जमा करने की बातचीत पर खरीदा था। आरोपी ने बताया कि फाइनेंस कम्पनी की किश्त से बचने और बीमा की राशि का लाभ लेने के लिए उसने चोरी की झूठी शिकायत कर ट्रक कबाड़ में बेचने की बात कबूल किया।चेचिस बदलकर 5008 नंबर
अनीस खान द्वारा दर्ज कराई ट्रक चोरी की रिपोर्ट के दौरान डूंडासिवनी पुलिस को अनीस खान के बारे में चौकाने वाली जानकारी हाथ लगी। पुलिस को पता चला कि अनीस खान ने एक साल पहले ससुर अज्जु खान निवासी कुंजड़ी मोहल्ला सिवनी से एमपी 20 एचबी 1086 नंबर का एक दस चका ट्रक खरीदा था। ट्रक पुराना होने के कारण अनीस खान ने कुछ दिनों तक संचालन करने के बाद उसे सिवनी शहर के तन्नु खान नामक कबाड़ी के यहां कटवा दिया था। वहीं ट्रक के कागजात आरटीओ में जमा करने के नाम पर गुमराह करते हुए अपने पास रख लिया था।अनीस खान दिसंबर 2018 में बोरीकला बरघाट के अफसर खान से मिला। पुलिस ने बताया कि अफसर खान के पास भी एक दस चक्का ट्रक क्रमांक सीजी 04 जेए 5008 था। जिसे श्रीराम फाइनेंस कम्पनी से फाइनेंस कराकर खरीदा गया था। फाइनेंस की किश्त नहीं पटा पाने के कारण अफसर खान द्वारा छुपाकर रख दिया गया था। इस मामले की शिकायत श्रीराम फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारी द्वारा बरघाट थाने में दर्ज कराई गई थी। बताया जाता है कि शातिर अनीस खान ने अफसर के साथ मिलकर ट्रक क्रमांक सीजी 04 जेए 5008 को छिपाने के लिए उसका चेचिस बदलकर कबाड़ में बेचे गए ट्रक क्रमांक एमपी 20 एचबी 1086 का चेचिस नंबर और नेम प्लेट बदल दिया था। जिसका मामला सामने आने के बाद पुलिस ने अफसर खान को गिरफ्तार कर लिया था और ट्रक जब्त कर लिया था।