प्रधानमंत्री ने कहा, देश आप के साथ है, मैं आप के साथ हूं
प्रधानमंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की
नई दिल्ली। गोंडवाना समय।प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों को आशान्वित रहने और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिये कठिन प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया है। यद्यपि चन्द्रयान-2 मिशन का संपर्क इसरो मुख्यालय के नियंत्रण केंद्र से टूट गया है, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलूरू में इसरो वैज्ञानिकों के साथ चन्द्रयान-2 के चांद पर उतरने के कार्यक्रम को देखते हुए कहा भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व हैं। इन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया हैं और भारत को हमेशा गौरव प्रदान किया है। ये साहस के क्षण है और हम लोग साहसी बनेंगे। वैज्ञानिकों के हौसलों को बढ़ाने के लिये प्रधानमंत्री ने कहा, देश आप के साथ है, मैं आप के साथ हूं। प्रयास और यात्रा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
आप भारत मां की विजय के लिये कार्य करते हैं और आप इसके लिये संघर्ष करते है। भारत मां को गौरव प्रदान करने के लिये आपके पास संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति है। पिछली रात मैंने आपकी निराशा और आपकी भावनाओं का अनुभव किया। मैं आपके बीच था, जब व्हीकल का संपर्क टूट गया। कई अनुत्तरित प्रश्न है परंतु मुझे विश्वास है कि आप इनका जवाब ढूंढ लेंगे। मैं जानता हूं कि इसके पीछे कड़ी मेहनत की गई है। हमें अपनी यात्रा में एक झटका लगा है परंतु इससे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये हमारे उत्साह और जोश में कोई कमी नहीं आयेगी।
हमें अपने वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष कार्यक्रम पर गर्व है
हमारे वैज्ञानिक बहनों एवं भाइयों के साथ एक जुटता दिखाने के लिये पिछली रात पूरा राष्ट्र जगा हुआ था। हम चांद की सतह के बहुत करीब पहुंचे और यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है। हमें अपने वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष कार्यक्रम पर गर्व है, उनकी कठिन मेहनत और संकल्प ने न सिर्फ हमारे देश के नागरिकों बल्कि दूसरे राष्ट्रों को भी एक बेहतर जीवन सुनिश्चित किया है। यह उनके नवोन्वेषी उत्साह का परिणाम है कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा समेत बेहतर जीवन स्तर प्राप्त हुआ है।भारत जानता है कि खुशी मनाने के अनेक अवसर आयेंगे। जब अंतरिक्ष कार्यक्रम की बात आती है तो इसका सर्वोत्कृष्ट आना शेष है। हमें नए क्षेत्रों की खोज करनी है और नये स्थानों पर जाना है। हम इसके अनुरूप प्रयास करेंगे और सफलता की नई ऊंचाइयां छुएंगे। अपने वैज्ञानिकों के लिये मैं कहना चाहता हूं कि भारत आपके साथ है। आपने ऐसी जगह पहुंचने का प्रयास किया, जहां आजतक कोई भी नहीं पहुंचा है। आप जितना निकट जा सकते थे, वहां तक पहुंचे। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि प्रयास और यात्रा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। हमारी टीम ने कठिन मेहनत की और बहुत दूर तक यात्रा की ये अनुभव हमारे साथ हमेशा रहेंगे।