विद्यार्थी जीवन, पूरी जिंदगी के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय
जो जैसे सोचता है, वह वैसा ही बनता है
छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।उत्कृष्ट कार्य करने वालों का किया गया सम्मान जीवन में जो जैसा सोचता है वह वैसा ही बनता है। अगर किसी में महत्वाकाँक्षा नहीं होगी तो वह आगे नही बढ़ सकेगा। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने छिंदवाड़ा के भगवान श्रीचंद हायर सेकेंडरी स्कूल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहीं। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि असफलता से निरूत्साहित नहीं होना चाहिए, बल्कि असफलता के कारणों को दूर करते हुए सफलता प्राप्त करें। उन्होंने इस अवसर पर अपने बचपन की यादों को साझा किया। उन्होंने कहा कि दृढ़ सकल्प हो तो मंजिल अवश्य मिलती है। उन्होंने विभिन पदों से राज्यपाल के पद सम्हालने तक के अनुभव को साझा किया। राज्यपाल ने बाबा श्रीचंद की जंयती पर उन्हें नमन किया। सुश्री अनुसुइया उइके ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन ऐसा समय है, जो पूरी जिंदगी के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय है। हायर सेकंडरी के बाद कॉलेज में कदम रखना होता है। यही कैरियर चयन करने का समय होता है और भविष्य का निर्माण होता है।
राज्यपाल ने समाज में उल्लेखनीय कार्य करने वाले और सम्मानित होने वालों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने एवरेस्ट की चोटी पर विजय प्राप्त करने वाली भावना डहरिया की विशेष रूप से सराहना की। कार्यक्रम में राज्यपाल का नागरिक अभिनंदन भी किया गया। साथ ही इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना सहित अन्य अतिथियों ने भी अपना संबोधन दिया। कार्यक्रम में राज्यपाल के जीवन पर आधारित एक लघु नाटक की प्रस्तुति दी गई। साथ ही शिक्षक सहित उल्लेखनीय कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। राज्यपाल सुश्री उइके ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ़ राज्यपाल पद का दायित्व देने के धन्यवाद भी दिया।