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कमल नाथ सरकार में, इंदिरा गांधी अस्तपाल में आवाज लगाने के वसूल रहे 5 रूपये!

कमल नाथ सरकार में, इंदिरा गांधी अस्तपाल में आवाज लगाने के वसूल रहे 5 रूपये!

गर्म पानी के 5 रूपये के साथ आवाज लगाने के भी ले लिये 5 रूपये 

यह आपको पढ़ने व सुनने में आश्चर्यचकित करने जैसा लग रहा होगा लेकिन यह हकीकत है कि इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय सिवनी के कैंपस में स्थित केंटिन में गर्म पानी के प्रति वॉटल के 5 रूपये तो पानी ले जाने वाले को आवाज लगाकर बुलाने के भी 5 रूपये वसूला गया है और जब इसका विरोध मरीज के परिजन ने किया तो केंटिन संचालक ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि जहां शिकायत करना हो कर देना, चुपचाप मरीज का परिजन गर्म पानी के रूपये के साथ आवाज लगाने के 5 रूपये और देकर वापस मरीज के पास जाना पड़ा। 

सिवनी। गोंडवाना समय। 
इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में अस्पताल मित्र योजना के साथ साथ, अस्पताल भवन मे सौंदयीकरण, अस्पताल परिसर के एक एक कोने को मरीजो के लिये समुचित व्यवस्था का स्वरूप देते हुये बदलाव लाने के लिये सिवनी कलेक्टर कवायद कर रहे है और स्वत: संज्ञान लेते हुये समय मिलने पर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच जाते है। उनका प्रयास स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सकारात्मक है लेकिन जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर अन्य सुविधाओं का लाभ देने के लिये अस्पताल में चिकित्सक, नर्स, सहित स्वास्थ्य अमला अपनी जवाबदारी में कई बार हीलाहवाली करते है तो मरीज व उनके परिजन सीधे शासन-प्रशासन-सरकार पर ही सवाल खड़े करने लगते है। बहरहाल यह तो हुई स्वास्थ्य सुविधाओं की बात लेकिन अस्पताल कैंपस में ही ऐसे भी स्थल है जहां पर मरीजों को सुविधाओं के लिये जिला चिकित्सालय में ठेका देकर उन्हें सेवा करने के नाम पर व्यावसाय करने के लिये दिया हुआ है। वहां पर जिला चिकित्सालय के जिम्मेदार अधिकारियों की निगरानी नहीं होने या संरक्षण होने के कारण मरीजों व उनके परिजनों के साथ मनमानी वसूली की जा रही है । ऐसा ही एक मामला रविवार के दिन सामने आया है जो सुनने में आश्चर्यचकित करने वाला है ।

दो वाटल गर्म पानी के 10 रूपये और आवाज लगाने के ले लिये 5 रूपये 

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और अस्पताल में कांग्रेस संगठन-सत्ता द्वारा इंदिरा गांधी जी की प्रतिमा स्थापित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है लेकिन अस्पताल में मरीजों को कैसी स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है, अस्पताल कैंपस में मरीजों व उनके परिजनों के साथ कैसा व्यवहार हो रहा है, इस मामले में संज्ञान लेने की फुर्सत कांग्रेस न तो संगठन और न ही सत्ता के जनप्रतिनिधियों के पास है । वहीं विपक्षी तो अपने आप को असहाय ही बताकर जिम्मेदारी पूरी कर रहे है। हम आपको बता दे कि गोंडवाना समय समाचार पत्र को राकेश काकोड़िया ने जानकारी देते हुये बताया कि वह 8 सितंबर 2019 रविवार के दिन दोपहर में लगभग 12 बजे इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय सिवनी में अपने रिश्तेदार महिला जो कि डिलेवरी के लिये भर्ती है, उनके लिये भोजन लेकर गये हुये थे ।
मरीज को गर्म पानी की आवश्यकता पड़ने के कारण जब वह गर्म पानी लेने केंटिन जा रहे थे तो वहीं भर्ती मरीज के परिजन ने एक वाटल ओर गर्म पानी लाने के लिये कहा तो राकेश काकोड़िया पानी लेने के लिये दो वॉटल लेकर केेंटिन पहुंचे और गर्म पानी के गंज में से उन्होंने दो वाटल पानी भरकर जाने लगे तो कुछ ही दूरी पर पहुुंचने के बाद केंटिन संचालक ने आवाज लगाकर गर्म पानी के पैसे देने के लिये आवाज लगाकर वापस राकेश काकोड़िया को बुलाया तो केंटिन संचालक से राकेश काकोड़िया ने पूछा कि कितने पैसे देना है तो केंटिन संचालक ने कहा कि 15 रूपये दे दो, तो राकेश काकोड़िया ने केंटिन संचालक पूछा कि भैया 15 रूपये कैसे हुये तो केंटिन संचालक ने जवाब दिया दो गर्म वाटल पानी के 5 रूपये के हिसाब से 10 रूपये हो गये है और मैंने तुमको आवाज लगाकर बुलाया हूं उसके 5 रूपये अलग से देना पड़ेगा क्योंकि मैं चौकीदारी करने के लिये थोड़े बैठा हूं।
केंटिन संचालक ने राकेश काकोड़िया से दो वाटल गर्म पानी के 10 रूपये और आवाज देकर वापस बुलाने के 5 रूपये और वसूल लिये तो राकेश काकोड़िया ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है आप सिर्फ गर्म पानी के पैसे ले सकते हो आवाज देकर वापस बुलाने के पैसे कैसे ले सकते हो तो केंटिन संचालक ने कहा वो तो देना ही पड़ेगा और तुम्हे इसकी जहां भी शिकायत करना हो तुम कर सकते हो।

सीएम हेल्प लॉइन में प्राईवेट बताकर नहीं दर्ज किये शिकायत

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सीएम हेल्प लॉइन की मॉनीटरिंग इसलिये अपने निगरानी में लिया था क्योंकि पिछली सरकार में सीएम हेल्प लॉइन में शिकायतों का तत्परता से निराकरण नहीं होता था और शिकायतों के आंकड़े ही बढ़ते जा रहे थे निराकरण की जानकारी शिकायतकर्ताआें तक नहीं पहुंचती थी। इसी के कारण सी एम हेल्प लॉइन में होने वाली शिकायतें व उनके निराकरण की निगरानी मुख्यमंत्री कमल नाथ अपनी ही निगरानी में करने का प्रयास किया लेकिन सी एम हेल्प लॉइन में शिकायत दर्ज करने वाले शिकायतकर्ताओं की शिकायत दर्ज करने में ही लापरवाही बरतते है। वहीं इस संबंध में राकेश काकोड़िया ने गोंडवान‘ समय से चर्चा में बताया कि सी एम हेल्प लॉइन में जिला चिकित्सालय सिवनी परिसर में स्थित केंटिन की शिकायत किया तो उन्हें प्राईवेट है, इसलिये इसकी शिकायत दर्ज नहीं हो पायेगी यह कहकर मना कर दिया गया ।

अस्पताल मित्र का महत्व नहीं समझ पा रहे केंटिन संचालक 

सिवनी कलेक्टर द्वारा अस्पताल मित्र योजना के माध्यम से जिला चिकित्सालय में सुविधाओं के साथ साथ सुव्यवस्थित करने के लिये समाजसेवी संस्था, व्यापारियों और जो भी जनसेवा मानवसेवा में अपना सहयोग करना चाहता है उन्हें सकारात्मक दिशा में जुड़ने का आहवान निरंतर किया जा रहा है और अनेकों लोगों ने अस्पताल मित्र योजना में आर्थिक सहयोग भी किया है यहां तक वैद्यनाथ कंपनी की ओर से बड़ी राशि प्रदान की गई अपने अपने सामर्थ अनुसार अस्पताल मित्र बनकर मानव सेवा में अपनी सहभागिता निभा रहा है लेकिन उसी अस्पताल कैंपस में मरीजों व उनके परिजनों से केंटिन व्यवसाय में रूपये कमाने वाले केंटिन संचालक मरीजों को गर्म पानी ही उपलब्ध अपनी ओर से करवा सके इतनी सुविधा भी उपलब्ध नहीं करवा पा रहे है । हालांकि यह उनका अपना व्यवसाय और व्यापार है पानी गर्म करने में ईधन लगता है इस अनुसार वे 5 रूपये गर्म पानी के ले रहे तो यह उनका और सिविल सर्जन कार्यालय का अपना निर्णय भी हो सकता है परंतु आवाज देकर बुलाने का 5 रूपये लेने का निर्णय और नियम सरकारी अस्पताल कैंपस में किसका निर्णय है यह विचारणीय है वहीं इतना जरूर है कि अस्पताल मित्र योजना की महत्वता केंटिन संचालक को उसी अस्पताल कैंपस समझ नहीं आ रही है जिस अस्पताल के लिये जिला के मुखिया अस्पताल मित्र योजना चला रहे है।

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