पेंच में करंट लगाकर नीलगाय का शिकार,डॉग स्क्वॉड की मदद तीन शिकारी चढ़े हत्थे
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी पेंच टाईगर रिजर्व में करंट लगाकर नीलगाय का शिकार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पेंच के क्षेत्र में शिकार होने से पेंच प्रबंधन और सुरक्षा में तैनात अमले की पोल खोलकर रख दी है। वहीं डॉग स्क्वॉड की मदद से वन अमले ने शिकारियों को दबोच लिया है। नीलगाय के शिकार की यह घटना पेंच टाइगर रिजर्व के बफर परिक्षेत्र घाट कोहका के साल्हे बीट कक्ष क्रमांक 389 की है। शिकारियों के साथ पेंच की टीम ने करंट में उपयोग किए गए तार व खूटी जब्त कर लिया है।
मंगल घोंदी तालाब में नीलगाय का मिला चमड़ा-
जानकारी अनुसार 28 अगस्त की सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि पेंच टाइगर रिजर्व के बफर परिक्षेत्र घाट कोहका के बीट साल्हे के कक्ष क्रमांक आर 389 से लगे हुए राजस्व क्षेत्र मंगल घोंदी तालाब के पास नीलगाय का चमड़ा और खून लगे हुए मांस के टूकड़े पड़े हुए हैं। सूचना मिलते ही पेंच प्रबंधन और उनका अमला हरकत में आया कि नीलगाय का शिकार हुआ है। अज्ञात शिकारियों की पतासाजी करने के लिए पेंच टीम ने तत्काल डॉग स्क्वॉड को लेकर आई। नीलगाय के चमड़े और मांस की मदद से श्वान सूघंते-सूंघते ग्राम साल्हेकला पहुंचा और कमल पिता फिरादी उइके,शिव दयााल एवं सरवन लाल तेकाम को चिन्हित किया। तीनों को हिरासत में लेकर पेंच के अमला द्वारा उनसे पूछताछ की गई जहां उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया।
खाने के लिए करंट लगाकर किया था शिकार-
पूछताछ में शिकारियों ने बताया उन्होंने अपने भोजन के लिए नील गाय का शिकार करंट लगाकर किया था। उनके पास से जांच टीम को साढ़े तीन किलोग्राम से ज्यादा जीआई तार, खून से लथपथ कुल्हाड़ी को जब्त कर शिकारियों के खिलाफ वन प्राणी अधीनिय मे तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। शिकारियों की धरपकड़ में घाट कोहका प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी संतोष पटेल, वनरक्षक जगदीश भलावी, पंकज चौधरी, अरूण कुमार कुल्हाड़े, नरेन्द्र चौरे,पवित्र हरदहा,नितिन पटेल, भूषण मर्सकोले,भूपेन्द्र राजपूत,एवं डॉग स्क्वॉड का सर्वाधिक योगदान रहा।