साहू कबाड़ी के यहां मिला दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी का 4315 किलो ब्रिज के उपकरण
पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर भेजा जेल
सिवनी। गोंडवाना समय।
तीन कबाड़ों के मालिक साहू कबाड़ी के यहां से पुलिस को बटवानी स्थित कबाड़ से लोहे की मोटी सामग्री के रूप में 4315 किलोग्राम वजन के ब्रिज निर्माण में उपयोग किए जाने वाले उपकरण मिले हैं। 10 लाख रुपए से ज्यादा के बेशकीमती उपकरणों को साहू कबाड़ी के संचालक राजेन्द्र साहू ने 80 हजार रुपए में खरीदना बताया है। हालांकि पुलिस ने पूरी तरह से राजेन्द्र साहू के कबाड़ को खंगाला नही है अन्यथा उसके पास दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी का भारी मात्रा में लोहा और बरामद होता।मोहगांव से खवासा तक 29 किलोमीटर तक तकरीबन 730 करोड़ रूपए की लागत से फोरलेन और हाइटेक ब्रिज का निर्माण दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी कर रही है। जिसकी सामग्री बड़ी मात्रा में साहू कबाड़े के पास मिली है।
ब्रिज का समान जब्त,पुलिस ने नहीं खंगाला लोहे की राड-
ब्रिज के समान चोरी होने की भनक लगने के बाद दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी द्वारा चोरी की शिकायत की थी जिसके बाद कुरई एवं लखनवाड़ा थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से बटवानी स्थित राजेन्द्र साहू के कबाड़े में दबिश दी थी। पुलिस द्वारा खंगाले जाने पर वहां पर ब्रिज निर्माण में उपयोग होने वाले लेजर पाइप, कटपीस चैनल, क्रास बैरियर, शेफ्टी साइन बोर्ड, आरई पैनल, क्रेस बीम, वेजजैक व अन्य कई उपकरण जब्त किए हैं। जबकि दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी के अधिकारी-कर्मचारियों की माने तो कबाड़ में पड़ी हुई लोहे की सरिया भी निर्माण स्थल से चोरी करके लाई गई है। कम्पनी के कर्मचारियों का साफ कहना है कि कबाड़ में जो लोहे की मोटी सरिया हैं वे ब्रिज निर्माण में ही ज्यादा उपयोग में आती है। कुरई से खवासा के बीच बन रहे ब्रिज के अलावा कहीं पर ऐसी मोटी सरिया का उपयोग नहीं हो रहा है लेकिन कुरई और लखनवाड़ा पुलिस ने लोहे की उन सरियों को जब्त नहीं किया। यदि उन लोहे की सरिया को भी जब्त किया जाता तो 4315 किलोग्राम से भी ज्यादा वजन बढ़ जाता। कबाड़ में चोरी का माल बरामद होने के बाद लोगों का कहना है कि पुलिस अधीक्षक को इस मामले में गंभीरता लेते हुए कबाड़ियों के यहां पर पुलिस की दबिश देकर उनका रिकार्ड और माल को खंगालना चाहिए। लोगोां को उम्मीद है कि शहर के इन कबाड़ियों के यहां चोरी हुई कई सरकारी सम्पत्तियां भी बरामद हो सकती है।
पुलिस की कार्रवाई के बीच नेतागिरी-
दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी के कर्मचारी और पुलिस की टीम जब चोरी का लोहा खंगाल रही थी उसी समय बिन बुलाए मेहमान की तरह एक व्यक्ति द्वारा घुसपेट कर जबरन राजनीति कर पुलिस की कार्रवाई पर दखल अंदाजी की जा रही थी। लोहा की चोरी करने वाले कबाड़ी राजेन्द्र साहू के पक्ष में तर्क प्रस्तुत किए जा रहे थे। हालांकि पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद उसके खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज करते हुए न्यायालय में पेश करने के बाद जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है।