अंगदान, महादान, महा कल्याण का आहवान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 की रजत जयंती मनाई
अंगदान आंदोलन में लोगों की भागीदारी की अपील की
नई दिल्ली। गोंडवाना समय।राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) द्वारा आयोजित मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम (टीएचओए) 1994 के रजत जयंती समारोह में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि अंगदान को प्रोत्साहन देने के लिए लोगों की भागीदारी और जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। अंगदान, महादान, महा कल्याण का आहवान करते हुए श्री चौबे ने कहा कि इस कार्य के लिए लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए और बच्चों को प्रांरभ से ही इसके बारे में जागरूक बनाया जाना चाहिए। श्री चौबे ने कहा कि अंगदान के संबंध में बहुत सारे मिथक और भ्रम हैं। अंधविश्वास के आधार पर अंगदान को हतोत्साहित किया जाता है। श्री चौबे ने लोगों से आग्रह किया कि वे बिना किसी डर के अंगदान के लिए आगे आएं। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे अपने डेटा को एनओटीटीओ के साथ साझा करें, ताकि केन्द्रीय स्तर पर राष्ट्रीय अंगदान करने वालों तथा अंग प्राप्त करने वालों से संबंधित प्रविष्टियों का रिकॉर्ड रखा जा सके। इससे अंग और ऊतक दान प्राप्त करने वालों को सुविधा होगी। केन्द्रीय डिजिटल अंग प्रदान प्रणाली का लक्ष्य है-अमीर और गरीब सभी लोगों को अंग प्रदान करने में पारदर्शिता सुनिश्चित करना। यह सभी राज्यों और अस्पतालों के डेटा का राष्ट्रीय स्तर पर डेटाबेस के माध्यम से ही संभव हो सकता है। श्री अश्विनी कुमार चौबे ने मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम (टीएचओए) 1994 के रजत जयंती संस्करण का भी अनावरण किया और ह्यमिलियन फॉर ए बिलियनह्ण उद्देश्य के लिए आॅनलाइन प्रणाली का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉक्टर एस. वेंकटेश, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री मनदीप भंडारी और मंत्रालय एवं राज्य कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।