शिक्षा का पहला उद्देश्य बच्चों को एक परिपक्व इंसान बनाना-जीतू पटवारी
विश्वविद्यालयों में किसी भी विचारधारा को बढ़ावा न दें
विश्वविद्यालयों में आर्थिक अनियमितता न हो, इसलिये होगा आॅडिट
भोपाल। गोंडवाना समय।उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में किसी भी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित न करें। शिक्षा का पहला उद्देश्य बच्चों को एक परिपक्व इंसान बनाना है, जिससे वे कल्पनाशील और वैचारिक रूप से स्वतंत्र हों। मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं रजिस्ट्रार्स से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के दौरान कहा कि कहा कि विश्वविद्यालयों में आर्थिक अनियमितता न हो, इसलिये विश्वविद्यालयों का आॅडिट होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल्द ही नॉलेज कमीशन का गठन किया जायेगा। कमीशन के माध्यम से विद्यार्थियों के लिये कम्प्यूटर, व्यक्तित्व विकास, अंग्रेजी भाषा आदि की विशेष तैयारी एवं प्रशिक्षणों की व्यवस्था की जायेगी, ताकि वे उद्योग-व्यापार जगत की माँग के अनुसार स्वयं को तैयार कर सकें। श्री पटवारी ने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रोफेसर्स एवं कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जायेगा। साथ ही, बारहवीं कक्षा में 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को भी उच्च शिक्षा विभाग सम्मानित करेगा।