चुटका परमाणु परियोजना रद्द करने संबंधी माँगपत्र सौंपने का लिया निर्णय
मण्डला। गोंडवाना समय।चुटका परमाणु विरोधी संघर्ष समिति की बैठक का आयोजन 2 जून 2019 चुटका गांव, नारायणगंज,मंडला में किया गया । जिसमें जबलपुर से साथी राजकुमार सिन्हा और भोपाल से कॉमरेड विजय कुमार शामिल हुए। बैठक में चुनाव के उपरांत की परिस्थितियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। जिसमें साथियों ने माना कि केंद्र की भाजपा सरकार देश भर में परमाणु संयंत्र लगाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेगी। जनसंघर्ष के चलते अब तक रुका हुआ चुटका परमाणु परियोजना का काम भी केन्द्र और राज्य सरकार बलपूर्वक तेजी से आगे ले जाने का प्रयास करेंगी। इस बीच सभी ने यह माना कि संघर्ष समिति को भी विरोध की अपनी तैयारी तेज करनी चाहिए। चर्चा के दौरान संघर्ष समिति के साथियों ने अपनी सांगठनिक क्षमता की समीक्षा और मूल्यांकन के बाद निर्णय लिया गया ।
दो दिवसीय युवा नेतृत्व शाला का आयोजन किया जाएगा
1. चुटका परमाणु विरोधी संघर्ष समिति को पुनर्संगठित करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। संघर्ष समिति के नेतृत्वकारी साथी आने वाले समय में संगठन को मजबूत करने के लिए विस्थापित और प्रभावित गावों का दौरा करेंगे। उन गांवों में बैठकों का आयोजन कर गांव स्तरीय कमेटियों का गठन किया जायेगा, 2. बैठक में युवाओं की भूमिका पर गंभीरता से चर्चा की गई । सभी साथियों ने यह माना कि बिना युवाओं को जोड़ें इस आंदोलन को आगे नहीं ले जाया जा सकता। इसके लिये हमें विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है । इस आधार पर यह निर्णय लिया गया की आगामी 25- 26 अगस्त को परियोजना से विस्थापित होने वाले कुंडा गांव के सामुदायिक भवन में दो दिवसीय युवा नेतृत्व शाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला में विस्थापित गांव के अलावाप्रभावित गांव के युवा साथी शामिल होंगे जिनका पूर्वचयन किया जाएगा। संघर्ष में युवाओं को शामिल करने के लिए ठोस प्रयास किये जाने पर सभी ने जोर दिया, 3. बैठक में संघर्ष समिति के साथियों ने मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री, नर्मदा विकास प्राधिकरण के मंत्री,आदिमजाति कल्याण मंत्री, प्रदेश के समस्त आदिवासी विधयकों और प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें चुटका परमाणु परियोजना रद्द करने संबंधी माँगपत्र सौंपने का निर्णय लिया, 4.बैठक में संघर्ष समिति के नेतृत्वकारी साथियों द्वारा भोपाल में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन करने और चुटका परमाणु विरोधी संघर्ष को समर्थन देने वाले भोपाल के साथियों की एक बैठक भोपाल में आयोजित करने का निर्णय लिया गया, 5. बैठक में बरगीबांध विस्थापितों और प्रभावितों के मुद्दों को भी उठाने का निर्णय
लिया गया। बरगी का पुनर्वास करो, फिर चुटका की बात करो के नारे के आधार पर आंदोलन को मजबूत करने के बारे में सहमति बनी।