सिवनी बस स्टेंड तर्ज पर प्रदेश के बस स्टेंडों को संचालित करेगा परिवहन विभाग
बसें होंगी जीपीएस एवं व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग सिस्टम युक्त
परिवहन नीति में होगा संशोधन
भोपाल। गोंडवाना समय।
परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने मंत्रालय में लंबित विभागीय प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए परिवहन व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित तथा सरल बनाया जाएगा। प्रदेश में महिलाओं द्वारा संचालित टैक्सी सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। वचन-पत्र के क्रियान्वयन के लिये परिवहन नीति में शीघ्र ही आवश्यक संशोधन किये जाएंगे। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने एवं बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक बनाने के लिये अब वे स्वयं भी स्कूलों में जाकर बच्चों को नियमों की जानकारी देंगे। इसके लिये स्वयंसेवी संगठनों की सेवायें भी ली जायेंगी। शीघ्र ही ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जायेगा, जहाँ पर लोक परिवहन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे स्थानों पर परिवहन सेवा प्रारंभ की जायेगी।
सिवनी जैसी सुविधा के लिये शहरी विकास मंत्री से करेंगे चर्चा
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटन एवं सामरिक महत्व के स्थलों को जोड़ते हुए नागरिकों को परिवहन सेवा उपलब्ध कराई जायेगी। परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि प्रदेश में परिवहन विभाग द्वारा संचालित सिवनी बस स्टैण्ड की तरह अन्य बस स्टेंडों पर भी आमजन के लिए साफ सफाई, पेयजल एवं अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए वे स्वयं शहरी विकास मंत्री से चर्चा करेंगे। ज्ञात हो कि सिवनी बस स्टैण्ड के अलावा शेष बस स्टेण्ड शहरी विकास विभाग द्वारा संचालित किये जाते हैं।
बस चालक व परिचालक कीवर्दी का रंग नीली शर्ट एवं काला पेन्ट होगी
बैठक में बताया गया कि वाहनों के लिये आटो फिटनेस सेन्टर प्रारंभ किये जायेंगे। ये सेन्टर संबंधित परिवहन कार्यालय में बनाए जायेंगे। परमिट एवं लायसेंस सेवा के सरलीकरण के लिये युक्तियुक्त व्यवस्था की जायेगी। बैट्री चलित वाहनों को रजिस्ट्रेशन में छूट दी जायेगी। बस कँडक्टर और ड्रायवरों की वर्दी का रंग नीली शर्ट एवं काला पेन्ट होगी। अभी तक इनकी वर्दी खाकी रंग की थी। बसों में जीपीएस आधारित व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग सिस्टम लगाए जायेंगे। टीसीआईएल कम्पनी के अधिकारियों ने बसों के आवागमन एवं लोकेशन सुगमता से उपलब्ध कराने संबंधी पॉवर प्रजेन्टेशन दिया। बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन श्री मलय श्रीवास्तव एवं आयुक्त परिवहन डा. शैलेन्द्र श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।