आधार कार्ड को लेकर पूरा जिला परेशान-एड. रेखा चौरसिया
सिवनी। गोंडवाना समय।देखा जा रहा है कि सरकारी और गैर सरकारी सभी छोटे बड़े कामों के लिये आधार कार्ड जरूरी हो गया है। आधार कार्ड बनवाने एवं उसमें सुधार करवाने के लिये इस समय पूरे जिले के नागरिक परेशान हैं। इनमें दुधमुंहों बच्चों को गोद में लेकर महिलाओं को देखा जा सकता है, उनकी इस परेशानी की ओर जनप्रतिनिधि और प्रशासन आंख बंद किये हुये है। इससे उनकी जनसेवा पर प्रश्नचिन्ह लगाये जा रहे हैं। उक्ताशय के विचार आधार कार्ड में सुधार करवाने हेतु दो बैंकों के चक्कर काटने के बाद भुक्तभोगी एड. रेखा चौरसिया ने व्यक्त की है। एड. रेखा चौरसिया ने आगे बताया कि इस समय पूरे जिले में आधार कार्ड बनवाने एवं सुधारने के लिये जिला मुख्यालय में केवल दो बैंक अधिकृत हैं, जिनमें कचहरी चैक में स्थित एक बैंक और दूसरा शुक्रवारी में स्थित यूनियन बैंक में उक्त कार्य के लिये फार्म प्राप्त करने हेतु सुबह छ: बजे से नागरिक लाईन लगाये या आसपास बैंकों के खुलने का इंतजार करते देखे जा सकते हैं। इन दो बैंकों में मात्र 25- 30 फार्म बांटे जाते हैं, जबकि आवेदन प्रतिदिनि सैकड़ों की संख्या में होते हैं।
जिसमें जिले के घंसौर, केवलारी, धूमा, लखनादौन, कुरई, खवासा, बरघाट बेहरई, उगली सरेखा जैसे क्षेत्रों के दूरदराज गांव के लोग भी सुबह छ: बजे से सिवनी नगर में आधार कार्ड के लिये संघर्ष करते देखे जा सकते हैं। अनेक भुक्तभोगियों ने बताया कि वे लगातार एक सप्ताह से फार्म के लिये करीब सौ- डेढ़ सौ किलोमीटर दूर से सिवनी आ रहे हैं, किंतु उन्हें फार्म उपलब्ध नहीं होते, तो आधार कार्ड कैसे बनेगा। जिनको फार्म मिल रहे हैं उनके आधार कार्ड बनवाने और सुधरवाने में करीब एक सप्ताह का समय लग जाता है।
एड. रेखा चौरसिया ने बताया कि इस समय प्रायवेट स्कूलों में गरीब बच्चों को नि:शुल्क प्रवेश के लिये 29 मई 2019 आखिरी तारीख है, लेकिन हजारों बच्चों के आधार कार्ड नहीं होने से उनके लिये प्रायवेट स्कूल में प्रवेश मिलने की उम्मीद खत्म हो गई है। इसी प्रकार जिले के जो लोग दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, चैन्नई, आदि शहरों में काम के लिये जाते हैं उनके लिये भी आधार कार्ड जरूरी है। ऐसे लोग भी आधार कार्ड बनवाने के लिये उक्त बैंकों के चक्कर काटते देखे जा सकते है। एड. रेखा चौरसिया ने जिला प्रशासन से आधार कार्ड बनवाने एवं सुधरवाने के लिये पूर्व की व्यवस्था पुन: बहाल करने या इन केन्द्रों की संख्या बढ़ाये जाने की अपील की है।