शाहीद इन्फ्रा ग्रुप की खदान की ब्लास्टिंग से दहल रहा डुंगरिया गांव
क्रेशर लगने के बाद से आदिवासियों की नींद हराम
सिवनी। गोंडवाना समय।मुख्यालय से तकरीबन 10-11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शाहीद इन्फ्रा ग्रुप की संचालित स्ट्रोन क्रेशर के लिए खदान में चल रही हेवी ब्लास्टिंग से डुंगरिया गावं दहल रहा है। ब्लास्टिंग से आने वाली आवाज से ऐसा लगता है कि भूकंप आ गया है। ग्रामीणों की मानें तो धमाके की आवाज से पूरा गांव हिल जाता है।
क्रेशर लगने के बाद से रात-दिन का सुकुन छीन गया है। वोट मांगने आए विधायक को इस बात से अवगत कराए जाने के बावजूद जीतने के बाद आज तक उनकी सुध नहीं ली गई। वहीं क्रेशर को लेकर कलेक्टर कार्यालय खनिज विभाग, तहसीलदार,एसडीएम,कलेक्टर तक को लिखित रूप से शिकायत की जा चुकी है लेकिन शाहीद इन्फ्रा ग्रुप पर प्रशासनिक अधिकारी बड़े मेहरबान है जो सवालों के घेरे में है।
नींद हराम
आदिवासी ग्राम डुंगरिया के ग्रामीण बताते हैं कि खदान में लगातार पत्थर निकालने के लिए शाहीद इन्फ्रा ग्रुप ब्लास्टिंग कर धमाका कर रहा है। धमाका इतना तेज होता है कि उनके गांव तक गूंज रहती है। ऐसा लगता है कि भूकंप आया हो। डस्ट के साथ-साथ ब्लास्टिंग के धमाकों से गांव की नींद हराम है। दिन हो या रात कभी भी धमाके करते रहते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि कई घरों में दरारें भी आने लगी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर किसी प्रकार जनहानी होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी शाहीद इन्फ्रा ग्रुप के संचालक और जिला प्रशासन की होगी।जलस्त्रोत से गायब पानी, मवेशी भी नहीं देते दूध-
धमाकों के कारण क्षेत्र के कई जल स्त्रोतों का पानी गायब हो गया है। एक से डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ जब धमाके होते हैं तो कई बार मवेशी दूध देने से बिचक जाते हैं। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।ग्रामीणों की चेतावनी, क्रेशर हटाओ नहीं तो होंगा आंदोलन-
डुंगरिया गांव के आदिवासी ग्रामीण क्रेशर की डस्ट और धमाकों की वजह से इतने हलाकान और परेशान हो गए हैं कि अब उन्होंने क्रेशर हटाए जाने की चेतावनी दे दी है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर क्रेशर बंद नहीं होती और हटाई नहीं जाती है तो आंदोलन किया जाएगा।इनका कहना है
संबंधित क्षेत्र के हल्का पटवारी को डुंगरिया गांव भेजकर क्रेशर की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।प्रभात मिश्रा,तहसीलदार सिवनी।