दस्तक अभियान को सफल बनाने ग्राम पंचायतों के क्लस्टर बनायें-मोहंती
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पाँच कलेक्टर और सीईओ होंगे पुरस्कृत
मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की अभियान की तैयारियों की समीक्षा
भोपाल। गोंडवाना समय।मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य, कुपोषण नियंत्रण, टीकाकरण, टेकहोम राशन और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिये घर-घर दस्तक देने के लिये संचालित होने वाले दस्तक अभियान की तैयारियों को समय पर सुनिश्चित करने को कहा है। इस संबंध में वीडियो कान्फ्रेंसिंग में उन्होंने सभी कलेक्टर्स से कहा है कि 10 जून से 20 जुलाई तक प्रदेश में चलने वाले अभियान के क्रियान्वयन के लिये विकासखण्डों में ग्राम पंचायतों के क्लस्टर बनायें। प्रत्येक विकासखण्ड में 10 - 10 ग्राम पंचायत का एक क्लस्टर गठित करें। प्रत्येक क्लस्टर का एक नोडल अधिकारी बनायें। यह अधिकारी विकासखण्ड और जिला स्तर के अधिकारियों से संपर्क में रहेगा और क्लस्टर में शामिल ग्राम पंचायतों में दस्तक अभियान के क्रियान्वयन की महत्वपूर्ण कड़ी होगा। किसी भी विभाग के अधिकारी को क्लस्टर का नोडल अधिकारी बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दस्तक अभियान की विशेष ग्राम सभा में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, महिला-बाल विकास, स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के साथ एनजीओ और स्व-सहायता समूह के सदस्यों को भी भागीदार बनायें। इससे अभियान का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा। मुख्य सचिव आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से अभियान की तैयारियों पर जिला कलेक्टर्स से चर्चा कर रहे थे। कांन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तक अभियान का प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
मुख्य सचिव श्री मोहंती ने जिलेवार दस्तक अभियान की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने श्योपुर जिले के कलेक्टर से पूर्व में कुपोषण नियंत्रण के लिये दिये गये निदेर्शों पर की गयी कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। श्री मोहंती ने कहा कि अभियान में बेहतर कार्य करने वाले पाँच कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा। स्वास्थ्य और महिला-बाल विकास विभाग के बेहतर कार्य करने वाले अधिकारी और कर्मचारी भी पुरूस्कृत होंगे।
अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्रीमती गौरी सिंह ने कलेक्टर्स से कहा कि दस्तक अभियान में स्वस्थ ग्राम सभा में स्व-सहायता समूह, डीपीएम और समूह प्रेरक की उपस्थिति सुनिश्चित करायें। वर्षाजनित बीमारियों पर नियंत्रण के लिये विशेष पहल करें। श्रीमती सिंह ने कहा कि सामुदायिक जागरूकता को बढ़ावा दें ताकि स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं की सामुदायिक ग्राहिता में वृद्धि हो और समुदाय के सर्वाधिक संवेदनशील समूह तक इन सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि स्वस्थ ग्राम सभा में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, स्वस्थ ग्रामसभा की तदर्थ समिति के सदस्य, समुदाय आधारित संगठनों के प्रतिनिधि, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका, स्वास्थ्य विभाग के एएनएम, एमपीडब्ल्यू, आशा कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, एलएचव्ही, कुष्ठवर्कर पुरूष सुपरवाईजर और साथियां दल के प्रतिनिधि को प्रतिभागी बनायें। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया और प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री नीतेश व्यास और आयुक्त महिला-बाल विकास श्री एम.बी. ओझा ने भी अभियान की तैयारियों पर कलेक्टर्स को निर्देश दिये।
कलेक्टर्स द्वारा दी गयी जानकारी में बताया गया कि ग्राम स्तर पर एएनएम, एमपीडब्ल्यू, आशा कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, एलएचव्ही, और आँगनवाड़ी कार्यकतार्ओं की टीमें गठित कर दी गयी हैं। ग्राम स्तर का अभियान का माइक्रो प्लान तय कर लिया गया है। इसमें स्वस्थ ग्राम सभा की तिथियों का निर्धारण भी कर दिया गया है। टीम के सदस्य गाँव-गाँव, घर-घर पहुँचकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे। कुपोषित और अन्य बच्चों को चिन्हित कर उपचार जरूरी होने पर एनआरसी के लिये रेफर भी करेंगे।