घंसौर में पकड़ाया ई-रेल टिकिट का गौरखधंधा, संचालक को रेलवे पुलिस ने किया गिरफतार
मां भगवती कॅम्प्यूटर में चल रहा था ई-रेल टिकट का फर्जीवाड़ा
घंसौर। गोंडवाना समय।
रेलवे में यह नियम है कि यदि आप रेल यात्रा के लिये आरक्षण करवाते है तो आप स्वयं अपने लिये टिकिट का प्रिंट निकाल सकते है लेकिन किसी दूसरे के आरक्षण होने पर उसे प्रिंट निकालकर बेचने के लिये तब तक नहीं दे सकते है जब तक कि आपके पास इसका रेलवे विभाग के तहत विधिवत अधिकृत रूप से पंजीयन न हो लेकिन घंसौर मुख्यालय में मां भगवती कॅम्प्यूटर के संचालक मनीष ठाकुर के द्वारा फर्जी पर्सनल आईडी तैयार कर उसके आधार पर ई रेल टिकट बेचने का व्यापार किया जा रहा था जिसकी सूचना रेलवे पुलिस ग्वारीघाट जबलपुर को मिली थी तब ग्वारीघाट रेलवे पुलिस जबलपुर के संयुक्त टीम के द्वारा घंसौर में मां भगवती कॅम्प्यूटर में पहुंचकर छापामार कार्यवाही करने के दौरान रेलवे की ई-टिकिट बनाये जाने का फर्जीवाड़ा व अवैध रूप से व्यापार किया जा रहा गौरखधंधा का खुलासा हुआ है ।
रेलवे पुलिस ने मारा छापा तो मिला ई टिकिट का रिकार्ड
बताया जाता है कि रेलवे पुलिस ग्वारीघाट जबलपुर के प्रभारी श्री बी डी बॉस को सूचना मिली थी कि घंसौर तहसील कार्यालय के नीचे मां भगवती कंप्यूटर सेंटर पर में बड़े स्तर पर रेल टिकट बनाकर बेचने का गोरखधंधा चल रहा है। इसके बाद पूरी तैयारी से इंस्पेक्टर श्री बी डी बॉस, श्री संजय कुमार बघेल ने टीम के साथ छापामार कार्रवाई करते हुए फर्जी तरीके से रेल टिकिट बनाने व बेचे जाने को उजागर करने के लिये वे घंसौर मुख्यालय में स्थित तहसील कार्यालय के नीचे मां भगवती कंप्यूटर्स में दिनांक 2 मई 2019 गुरुवार को लगभग दोपहर 2:30 बजे पहुंचे । जहां पर मां भगवती कॅप्यूटर स्थल पर रिकार्डों को खंगाला व तलाशी लिया तो रेलवे पुलिस ग्वारीघाट जबलपुर की टीम को छापामारी कार्यवाही के हजारों रूपये की ई रेल टिकट विक्रय का रिकार्ड, टिकट, कम्प्यूटर सिस्टम, आदि जब्त किया है। इसके साथ ही एमपी आॅनलाइन संचालक मनीष ठाकुर को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गये।
यहां भी मिली थी शिकायत पर नहीं मिला कुछ प्रमाण
घंसौर में ही आरपीएफ पुलिस ने मेन मार्केट पंचमुखी गणेश के सामने अंकित कंप्यूटर से भी जानकारी ली गई थी लेकिन वहां पर कोई किसी प्रकार का पुख्ता प्रमाण सामने नहीं आया लेकिन जब मां भगवती कंप्यूटर पर छापामार कार्यवाही की गई तो वहां पर रेल टिकिट बनाये जाने का फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ एवं कॅम्प्यूटर के संचालक मनीष ठाकुर को पुलिस ने हिरासत में लेते हुए जबलपुर न्यायालय में 3 मई को पेश किया गया ।
रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत हुई संचालक पर कार्यवाही
फर्जी तरीके से और रेलवे विभाग के बिना अधिकृत पंजीयन के ई-टिकिट का व्यापार करने के मामले मेें रेलवे पुलिस ग्वारीघाट जबलपुर के द्वारा मां भगवती कॅम्प्यूटर के संचालक मनीष ठाकुर पर रेलवे अधिनियम की धारा 143 तहत कार्यवाही की गई है । उक्त जानकारी देते हुये रेलवे पुलिस ग्वारीघाट के प्रधान आरक्षक श्री संजय कोष्ठा ने बताया कि मां भगवती कॅम्प्यूटर के संचालके पास लाईसेंस नहीं था और वह अनाधिकृत रूप से ई-टिकिट के नाम पर अवैध रूप से व्यापार कर रहा था । इसकी सूचना पर रेलवे पुलिस ग्वारीघाट प्रमुख श्री बी डी बोस, एस एस बघेल सब इंस्पेक्टर गोंदिया, इसके साथ ही आरक्षक आर के गोंदरे ओर आरक्षक अशोक यादव के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुये मां भगवती कॅम्प्यूटर के संचालक मनीष ठाकुर को अवैध रूप से व्यापार के मामले में गिरफतार किया गया एवं उस पर 2 मई को रेलवे अधिनियम के धारा 143 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की गई है।