आत्मरक्षा के साथ बॉक्सिंग का हुनर सीख रही बालिकाएं
हम नही किसी से कम, हमारे पंच में है दम
ग्रीष्मकालीन बॉक्सिंग खेल में भाग ले रहे बच्चे
सिवनी। गोंडवाना समय। खेल एवं युवा कल्याण विभाग सिवनी के द्वारा ग्रीष्म कालीन प्रशिक्षण शिविर जिले के हर ब्लाक मे आयोजित है। जिला बॉक्सिंग संघ के सचिव सोहन लाल सेन ने बताया की सिवनी जिले के पुलिस लाइन मैदान में बॉक्सिंग का प्रशिक्षण नियमित चालू है । इस केम्प में राज्य एवं रास्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के साथ साथ नवीन खिलाड़ी भी प्रशिक्षक सोहन लाल सेन, गोपाल कुशवाहा, जया अग्रवाल (रास्ट्रीय खिलाड़ी) से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है । इस शिविर में बॉक्सिंग खेल की तकनीको के साथ-साथ बालिकाओं को विशेष प्रकार की आत्मरक्षा के गुण भी सिखाएं जा रहे है। जिनसे यह बदलते माहोल में भी अपनी रक्षा करने के साथ साथ अन्य की रक्षा कर सके। इसके साथ ही आगे सोहन लाल सेन ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर से प्रशिक्षित खिलाड़ियों को स्कूल खेल प्रतियोगिताओ एवं साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओ में सम्मलित कराया जायेगा। बॉक्सिंग खेल में खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त करके जिला, राज्य, राष्ट्रीय स्पर्धाओ के साथ साथ एशियन एवं ओल्यम्पिक तक पहुच सकते है। इसके साथ ही पुलिस, आर्मी जेसी शासकीय भर्तियो में आरक्षण एवं मिलने वाली सुविधाओ एवं छुट का लाभ ले सकते है । साथ ही बॉक्सिंग में पदक प्राप्त करके भारतीय खेल प्राधिकरण एवं स्पोर्ट्स अकादमियों में चयनित हो सकते है । खेल एवं युवा कल्याण विभाग भोपाल में संचालित बॉक्सिंग अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर प्राप्त कर सकते है।
बॉक्सिंग खेल में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त खिलाड़ियों को राज्य एवं केंद्र शासन के द्वारा खेल छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है एवं अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में पदक प्राप्त करने पर केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा एकलव्य, अर्जुन अवार्ड प्रदान किये जाते है साथ ही शासन द्वारा शासकीय नोकरी प्रदान की जाती है । पूर्व में प्रशिक्षित खिलाड़ियों ने गत वर्ष जिला, संभाग, राज्य एवं राष्ट्रीय स्पर्धाओ में अनेको पदक प्राप्त किये है एवं उन्होंने बताया की नवीन इच्छुक खिलाड़ी कैंप में पहुंच कर अपना पंजीयन करवाकर नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है। सोहन लाल सेन ने बताया की इस प्रशिक्षण शिविर में खेल विभाग द्वारा प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त होने बलि खेल सामग्री खिलाड़ियों को उपलब्ध करायी जा रही है। यह कैंप 1 मई से प्रारंभ है जो कि 30 मई तक चलेगा। बॉक्सिंग प्रशिक्षण पुलिस लाइन में बास्केटबॉल ग्राउंड के बाजू में प्रदान किया जा रहा है । इस शिविर में बालक बालिका 6 से 19 वर्ष तक के भाग ले सकते है। नियमित उपस्थिति वाले बच्चों को कैंप के समापन अवसर पर प्रमाण पत्र दिया जायेगा एवं अन्य पुरूस्कार प्रदान किये जायेंगे।
बॉक्सिंग खेल को लेकर क्या कहते है बच्चे
बॉक्सिंग खेल के संबंध में रुद्राणी गौतम कहती है कि आत्मरक्षा के साथ-साथ अपने जिले, राज्य के लिए पदक जीतने में गौरव महसूस होता है । अब मैं अंतराष्ट्रीय स्पर्धा में चयनित होने एवं पदक के लिए मेहनत कर रही हूंवहीं
मनप्रीत कहती है कि पहली बार मैंने शिविर में भाग लिया है बॉक्सिंग सीखने से मेरे अंदर का डर चला गया है । वहीं आगे
दीनदयाल उइके कहते है कि मुझे मेरे देश का नाम ऊँचा करना है तो वहीं
हर्षिता कहती है किजब से मेरा मन बॉक्सिंग में लगा है मोबाइल अब पसंद नही आता बस जल्दी उठना ओर प्रेक्टिस करना यही मेरी पसंद बन गई है । इसी तरह आगे
दीप श्रीवास्तव कहते है कि बॉक्सिंग अब मेरे जीवन का अंग वन गई है अभी मेने राज्य में पदक जीता है अब मेरी नजर राष्ट्रीय स्पर्धा में है।