18 लाख लीटर अतिरिक्त पानी मिलने के बाद भी सिवनी शहर में मचा पानी का हाहाकार
सिवनी शहर की पानी समस्या को लेकर पूर्व नपा उपाध्यक्ष ने उठाये सवाल
राजिक अकील पूर्व न.पा. उपाध्यक्ष सिवनी ने जारी विज्ञप्ति में सिवनी शहर में हो रही पानी की समस्या को लेकर नगर पालिका के अमला पर तो सवाल उठाये ही है साथ में उन्होंने सुझाव के साथ जिला कलेक्टर अपील भी किया है कि इस मामले में संज्ञान लेकर समस्या का समाधान करवाये ।
सिवनी। गोंडवाना समय।
नवीन जलावर्धन योजना भीमगढ़ से बबरिया नगर में नवनिर्मित 3 टंकियों अशोक नगर, भैरोगंज, रेलवे स्टेशन तिलक वार्ड जिनकी क्षमता 4 लाख लीटर प्रति टंकी पुरानी बबरिया की टंकी क्षमता 1 लाख लीटर पानी की है भरी जा रही है । इस प्रकार इस योजना से सिवनी नगर पालिका क्षेत्र लगभग 18 लाख लीटर पानी अतिरिक्त प्राप्त होना शुरू हो गया है । अशोक नगर और भैरोगंज की टंकी में 2-2 लाख लीटर अतिरिक्त और पुरानी बबरिया टंकी में और 1 लाख लीटर अतिरिक्त पानी भरा जा रहा है। पुरानी जलावर्धन योजना चारों टंकी सर्किट हाउस, बरघाट नाका, टिग्गा टंकी और फिल्टर प्लांट छिंदवाडा चौक जिनकी क्षमता लगभग 50 लाख लीटर पानी देने की है । जब नवीन जलावर्धन योजना का पानी सिवनी नगर पालिका क्षेत्र में मिलना प्रारंभ नहीं हुआ था तब यही चार टंकी नगर में जलापूर्ति करती थी, तब इतनी पानी की समस्या सिवनी में कभी नही हुई जितनी समस्या वर्तमान में बनी हुई है ।
वार्ड के लोग रात-दिन पानी को लेकर परेशान
लगभग 18 लाख लीटर अतिरिक्त पानी नवीन जलावर्धन योजना से प्रतिदिन मिलने के बाद भी नगर के अधिकांश वार्डो में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है । वार्ड के लोग रात-दिन पानी को लेकर परेशान है । यहां प्रश्र यह उठता है कि जब नवीन जलावर्धन योजना से अशोक नगर भैरोगंज, तिलक वार्ड में निर्मित पानी की टंकियों से जब जलापूर्ति हो रही है तो उन वार्डो में पुरानी जलावर्धन योजना से जो पानी दिया जा रहा था वह पानी बचना चाहिए और जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या बनी वहां पानी पर्याप्त मात्रा में मिलना चाहिए। एक कारण यह भी है पुराने जलावर्धन योजना में अधिकांश बिजली की समस्या पाईपलाईन का फूटना और ग्रामीण क्षेत्रों में कभी भी लोगों द्वारा बाल्ब खोल देना जिससे नगर में पानी की समस्या बनी रहती है ।
87 लाख लीटर पानी छोड़े ग्रामीण क्षेत्रों के लिये
नवीन जलावर्धन योजना की क्षमता लगभग 87 लाख लीटर पानी प्रतिदिन देने की तो पुरानी योजना को ग्रामीण क्षेत्रों के लिए छोड़ देना चाहिए और नई योजना से नगर की नई एवं पुरानी टंकियों को भरा जाना चाहिए । जिससे नगर में बार-बार जलापूर्ति में रूकावट से छुटकारा मिल सके। ऐसा प्रतीत होता है कि सिवनी नगर पालिका में जलापूर्ति के लिए कोई तकनीकि अमला नही है । जलापूर्ति का काम ऐसे लोग देख रहे है जिन्हे ज्यादा तकनीकी ज्ञान नहीं है । यही कारण है कि 18 लाख लीटर पानी अतिरिक्त मिलने के बाद भी सिवनी नगर के लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यदि जलापूर्ति का कार्य प्रभारी सीएमओ और इंजीनियर सिद्धार्थ दुबे जैसे पर्याप्त अनुभव नहीं रखने वाले अधिकारी देखेगें तो नगर में इतने अधिक मात्रा में पानी होने के बाद भी लोगों को पानी मिलना मुश्किल हो जायेगा और इसी तरह सिवनी नगर में पानी की समस्या बनी रहेगी। राजिक अकील पूर्व न.पा. उपाध्यक्ष सिवनी ने जिला कलेक्टर से निवेदन किया है कि जलापूर्ति में तकनीकि रूप से निपुण नगर पालिका, नगर निगम, लो.स्वा.यांत्रिकी विभाग के अमले की सेवाए लेकर नगर में पानी की समस्या का समाधान करना चाहिए।