अधिवक्ता की पत्नी से जेवरात की लूट करने वाले फर्जी किन्नर चढ़े पुलिस के हत्थे
नाथ जाति के बेहरूपियों ने किन्नर बनकर दिया था घटना को अंजाम
सिवनी। गोंडवाना समय।डूंडासिवनी थाना अंतर्गत शहर के बबरिया कोहका में रहने वाले अधिवक्ता शिवनंद पटेल की पत्नी से जेवरात की लूट करने वाले फर्जी किन्नर पुलिस के हत्थे चढ़ गए है। पुलिस के हाथ लगे लूटेरों में एक नाबालिग है। दोनों आरोपी नाथ जाति के हैं,जो कि पेशेवर बेहरूपिया बनकर घुमते रहते हैं और 26 फरवरी की दोपहर अधिवक्ता की पत्नी के साथ किन्नर बनकर जेवरात लूटकर फरार हो गए थे।
एक महीने बाद पुलिस के हाथ लगे आरोपी
किन्नर बनकर दी गई लूट की घटना का पर्दाफाश करते हुए एएसपी गोपाल खांडेलकर ने प्रेस कान्फेंस कर जानकारी दी कि 26 फरवरी की दोपहर 2 बजे किन्नर की वेशभूषा पहनकर बिना नंबर की सेलेरियो कार से दो लोग अधिवक्ता शिवनंद पटेल निवासी बबरिया कोहका पहुंचे और उनकी पत्नी से किन्नर का नेंग मांगे और फिर अकेला पाकर शरीर पर पहने हुए सोने के जेवरात मंगलसूत्र,अंगूठी,चेन,लटकन,कनछड़ी सहित अन्य जेवरात छीनकर कार से भाग निकले। महिला और उसके पति ने उसी दिन तत्काल डूंडासिवनी थाने पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई।पुलिस अधीक्षक ने घटना को गंभीरता से लेकर एसडीओपी संजीव पाठक के मार्गदर्शन ओर साइबर सेल के माध्यम से पुलिस ने बारिकी से विवेचना शुरू की। एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए डंूडासिवनी थाने के सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र गढ़वाल सादलपुर पहुंचे और 22 लुटेरे लक्ष्मण पिता वीरूनाथ को उसके 17 वर्षीय साथी को गिरफ्तार किया जिन्होंने किन्नर की वेशभूषा पहनकर लूट की घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस की पूछताछ पर दोनों आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने लूटे गए सभी जेवरात कीमत एक लाख 10 हजार रुपए एवं घटना में उपयोग की गई सेलेरिया कार क्रमांक एमपी 11 सीसी 4849 को जब्त कर लिया है। पुलिस ने दोनो लूटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर सोमवार को न्यायालय में पेश कर दिया। जहां से एक लूटेरे को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। आरोपियों की धरपकड़ में साइबर सेल सिवनी सहित उपननिरीक्षक जितेन्द्र गढ़वाल,आरक्षक विक्रम देशमुख एवं आरक्षक नीरज दुबे का विशेष योगदान रहा।