धान के बाद अब गेंहू में भी परिवहन का रोना
ठेकेदार की मनमानी शुरू, अफसर नहीं दे रहे ध्यान
सिवनी। गोंडवाना समय।
धान की खरीदी के दौरान परिवहन ठेकेदार की मनमानी और धीमी रफ्तार के कारण परेशान किसान और खरीदी प्रबंधक थे। वहीं अब गेंहू की खरीदी में भी परिवहन ठेकेदार,नान और डीएमओ की तिगड़ी के कारण फिर गेंहू के परिवहन कार्य की रफ्तार को देखकर खरीदी प्रभारियों को रोना आ रहा है। आलम ये है कि ठेकेदार खरीदी केन्द्रों में कहीं एक तो कहीं दो ट्रक ही गेंहू का परिवहन कार्य कर रहे हैं। ऐसे में खरीदी केन्द्रों में गेंहू की मात्रा बढ़ते जा रही है और खरीदी केन्द्र प्रभारी को टेंशन बढ़ने लगी है।
लोपा में 50 हजार क्विंटल,छुई में 8 हजार क्विंटल खरीदी-
समर्थन मूल्य पर चल रही गेंहू की खरीदी में लोपा खरीदी केन्द्र के अंतर्गत नौ गांव शामिल हैं। समिति को 1 लाख 20 हजार क्विंटल खरीदी का लक्ष्य है जिसमें 50 हजार क्विंटल गेंहू की खरीदी हो चुकी है। दो दिन पहले ही परिवहन ठेकेदार द्वारा दो ट्रक लगाए हैं जिसमें औसतन 10 हजार क्विंटल गेंहू का परिवहन हुआ है। वहीं 32000 क्विंटल आॅनलाइन चढ़ गया है। समिति प्रबंधक सुनील वर्मा का कहना है कि अगर 10 ट्रक लगा दिए जाऐं तो गेंहू का परिवहन समय पर पूरा हो जाएगा।जानकारी के मुताबिक शासन द्वारा 25 मई तक गेंहू की खरीदी का समय रखा है लेकिन जिले के अधिकारियों द्वारा खरीदी कर रही समिति के प्रबंधकों को 20 मई तक गेंहू की खरीदी का खेल समेटने के लिए कह दिया गया है।
जिससे मिल रहा पैसा पहले उसका उठाव-
धान के उठाव में पैसे का खेल करने के बाद अब परिवहन ठेकेदार गेंहू के परिवहन कार्य में भी समिति प्रबंधकों से उठाव के नाम पर पैसा ले रहा है। सूत्र बताते हैं कि ठेकेदार साफ कह रहा है कि जो समिति प्रबंधक उन्हें पैसे देंगे पहले उसी समिति का उठाव होगा। बहरहाल कितना सच और कितना झूठ है यह तो परिवहन ठेकेदार ही बता पाएगा।