चुनाव में बस, सफर के लिए हलाकान हुए लोग
सिवनी। गोंडवाना समय।
29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव को लेकर जिले में होने वाले मतदान को शांतीपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा बल और मतदान दल के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए बसें व टैक्सी वाहन परिवहन विभाग द्वारा अधिग्रहण कर लिए जाने से शनिवार को सफर करने वाले लोग हलाकान परेशान हो गए। भर दोपहरी कई घंटे इंतजार करने के बाद इक्का-दुक्का बसें ही छिंदवाड़ा,बालाघाट,जबलपुर और मण्डला जिले के लिए मिली। हालांकि उन बसों में भी आरटीओ की मुहर लगे हुए फरमान का कागज चस्पा था। यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाए जाने के बाद उन वाहनों के भी पहिए थम गए होंगे।
साढ़े पांच सौ से ज्यादा वाहन अधिग्रहित-
मंण्डला और बालाघाट संसदीय क्षेत्र के चुनाव को सम्पन्न कराने के लिए जिले में तकरीबन 350 बसे और 200 की संख्या में छोटे वाहन यानी बोलेरो,स्कार्पियो व मैजिक वाहन अधिग्रहित कर लिए गए हैं। इन वाहनों को पॉलीटेक्निक कॉलेज में खड़ा कराया गया है जो रविवार 28 अप्रैल को मतदान दल लेकर मतदान केन्द्रों में पहुंचेगे।
कई घंटे हलाकान,किराया भी दिए ज्यादा-
चुनाव के कारण बसों को अधिग्रहित कर लेने से इक्का दुक्का बसें ही सड़क में दौड़ते नजर आई। हालांकि ये बसें भी कुछ ही जिलों की ओर दौड़ते नजर आई। ऐसे में नागपुर सहित ग्रामीण अंचलों में सफर करने वाले यात्रियों को कई घंटे हलाकान हुए। वहीं अधिक किराये देकर सफर करना पड़ा। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर यात्री सड़क पर खड़े दिखाई दिए।
प्रशासन की नजर में रहेंगे कहां हैं वाहन-
चुनाव की ड्यूटी में लगी हुई सभी बसों व टैक्सी वाहनों में इस बार चुनाव आयोग द्वारा जीपीएस सिस्टम लगाने का प्रावधान किया है। शनिवार की सुबह से रात तक सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाने का दौर चलते रहा। बताया जाता है कि जीपीएस सिस्टम इसलिए लगाया जा रहा है कि बसें कहां है उसकी लोकेशन अफसरों को मिलती रहे।