फुल किराया देकर लू के थपेड़े खाकर सफर कर रहे यात्री
जिले से होकर दौड़ रही जर्जर ओर कंडम बस
सिवनी। गोंडवाना समय।
परिवहन विभाग की अनदेखी व लापरवाही की वजह से जिले में जर्जर और कंडम बसे दौड़ रही हैं। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते कई ऐसी बसें चल रही हैं जो धुआं फेंक रही हैं तो कुछेक ऐसी बसें है जिनकी खिड़कियों की कॉच टूट फूट गई हैं। फुल किराया देकर यात्री कंडम बसों में सफर करते हुए भीषण गर्मी में बस में बैठकर भी लू के थपेड़े खा रहे हैं।
दर्जन भर बसों की टूटी पड़ी खिड़कियां-
शुक्रवार की दोपहर जब गोंडवाना समय की टीम ने जिले से दौड़ रही यात्री बसों का जायजा लिया तो बसों की पोल खुलकर सामने आ गई। दर्जन भर बस अलग-अलग रास्तों में ऐसी गुजरी जिनमें कॉच की खिड़कियां नहीं थी या फिर दूर-दूर थी। जिसमें सवार यात्री किसी तरह से गर्म हवा और लू के थपेड़े से बचने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि इस बात से जिले का एआरटीओ विभाग अनजान नही होगा फिर भी गर्मी के मौसम के बावजूद ऐसी बसों पर क्यों कार्रवाई नहीं कर रहे हैं यह सवाल खड़ा हो रहा है। दरअसल अगर परिवहन विभाग के अफसर अगर चैकिंग करते हैं तो न केवल शासन के राजस्व की वसूली होगी बल्कि बसों में बरती जा रही लापरवाही भी दूर होगी और इसका फायदा यात्रियों को भी मिलेगा।
दलालों के मार्फत जारी हो रही फिटनेस, खामियाजा भुगत रहे यात्री-
बसों की वाडी से लेकर हर एक चीज देखी जाती है। फिटनेस और परमिट के दौरान उसकी फोटो भी खींची जाती है फिर कैसे कंडम और जर्जर बसों को फिटनेस और परमिट जारी हो रहा है यह बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। बताया जाता है कि सिवनी-छिंदवाड़ा-बालाघाट तीनों जिलों में आरटीओ कार्यालय में सक्रिय दलाल अफसर और बाबूओं को पैसे देकर कंडम बसों को फिटनेस और परमिट दिलवाने का काम कर रहे हैं। यही वजह है कि सड़कों में चाहें एक जिले से दूसरे जिलों में दौड़ने वाली बसें हो या फिर ग्रामीण अंचलों की बेखौफ होकर दौड़ रही हैं।