दूधिया में झूल रहे तार, भोमा में दो माह से टूटा पड़ा विद्युत पोल
सिवनी। गोंडवाना समय।
झूलते तार और टूटे हुए विद्युत पोलों की खैर-खबर के लिए बिजली कम्पनी के अफसरों ने कार्यपालन अभियंता और कनिष्ठ अभियंता के मोबाईल नंबर तो जारी कर दिए लेकिन उनकी सुध नहीं ली जा रही है। ताजा उदाहरण कान्हीवाड़ा विद्युत वितरण केन्द्र के भोमा और केवलारी क्षेत्र के दूधिया गांव के पास ताजा उदाहरण देखा जा सकता है। जहां किसान के खेत पर लगे हुए एक टूटे हुए विद्युत पोल को बदलने की बजाय लोहे की झड़ के सहारे से टिका हुआ है। वहीं उसी के समीप सड़क पर तार झूल रहे हैं। जबकि भोमा के पास टूटा हुआ विद्युत पोल और तार पड़ा हुआ है जो आते-जाते लोगों को सड़क से ही दिखाई देता है लेकिन गौर नहीं फरमाया जा रहा है।
कई महीनों से झूल रहे तार-
दुधिया गांव से कुछ ही दूर पहले खेत के समीप विद्युत तार झूल रहे हैं जो किसान के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं। हालांकि उसके समीप ही दूसरे विद्यु पोल भी गड़ाए गए हैं जिसमें तार नहीं लगाए गए हैं। वहीं उसी के सामने सड़क के उस पार बीच खेत में एक विद्युत पोल का ऊपरी सिरा टूट जाने के बाद लोहे की राड से सहारा दे दिया गया है। हालांकि आंधी-तूफान आया तो टूटा हुआ सिरा गिर सकता है।
टूटे हुए पोल की नहीं ले रहे सुध-
तकरीबन दो महीने से ज्यादा समय हो गए भोमा गांव से कुछ ही दूरी पर कान्हीवाड़ा की ओर खेत में एक विद्युत पोल ओर तार टूटा हुआ पड़ा है। विद्युत कम्पनी को ध्यानाकर्षित कराने के लिए गोंडवाना समय द्वारा खबर भी प्रकाशित की गई थी लेकिन बिजली कम्पनी के अधिकारी गहरी निद्रा में सोए हुए हैं कि उन्हें सड़क के किनारे पड़ा हुआ टूटा विद्युत पोल और तार नजर ही नहीं आ रहे हैं।