अस्पताल, कॉलेज से चंद दूरी पर धड़ल्ले से चल रही शराब दुकान
सिवनी। गोंडवाना समय।शहर के रिहायशी इलाके के साथ अस्पताल, कॉलेज के समीप धड़ल्ले से शराब दुकान संचालित हो रही है। रहवासी इलाके में शराब दुकान संचालित होने से अब क्षेत्र में आक्रोश देखा जा रहा है। करीब एक साल से बारापत्थर क्षेत्र में पुराने आरटीओ आॅफिस के पास संचालित शराब दुकान में आए दिन विवाद होने से क्षेत्रवासी परेशान हैं। वार्ड के लोग कई बार शराब दुकान हटाने की मांग कर चुके हैं लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर शराब दुकान से भारी रेवेन्यू मिलने के कारण ध्यान नहीं दे रहे हैं।
दी है चेतावनी-
बारापत्थर की शराब दुकान की लायसेंस फीस दस करोड़ रुपए है। ऐसे में उस दुकान को लेकर अधिकारी भी कोई विरोध नहीं करना चाहते। जिसका फायदा संबंधित ठेकेदार उठा रहा है। शराब दुकान को लेकर क्षेत्रवासियों में खासा रोष व्याप्त है उन्होंने विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी कि शराब दुकान हटाए नहीं तो वे इसके लिए सड़क पर उतरेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी विभाग की होगी।अस्पताल, कॉलेज के बीच शराब दुकान
आबकारी नीति के तहत किसी भी शैक्षणिक संस्थान से शराब दुकान 100 मीटर दूर रहना चाहिए लेकिन यहां पर भी ऐसा नहीं हुआ। पॉलीटेक्निक कॉलेज परिसर से करीब 30 मीटर दूर शराब दुकान है। वहीं मान्यता प्राप्त एक निजी स्कूल भी करीब है। इससे छात्रों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। एक विधायक के निजी निवास के करीब भी यह दुकान चल रही है। पालीटेक्निक कॉलेज के छात्र छात्राओं का यहां आना जाना रहता है। शाम होने के बाद तो शराब दुकान से सामने से निकलना मुश्किल हो जाता है। शराबियों का जमघट और उत्पात मचाते लोगों के कारण महिलाएं भी यहां से जाना पसंद नहीं करती। जिला अस्पताल के परिसर से महज चंद कदम दूर ही अंग्रेजी शराब दुकान चल रही है। नियम के अनुसार शराब दुकान अस्पताल परिसर से 100 मीटर दूर ही रहना चाहिए। जिस जगह दुकान चल रही है वहां पर सामने ही पीएम (पोस्टमार्डम) होता है। वहीं अस्पताल परिसर में ही नर्सिंग छात्राओं का हास्टल है। छात्राओं के कमरों की खिड़की भी उसी हिस्से में खुलती है जहां पर शराब दुकान हैैं। यहां पर रोजाना शराबियों का जमघट लगा रहता है। ऐसे में नर्सिंग छात्राएं भी विरोध नहीं करते हुए सब सह रहीं हैं। अस्पताल की बाउंड्रीवॉल के पास ही दुकान चल रही है। इस बात की जानकारी आबकारी विभाग समेतअस्पताल प्रबंधन को भी है लेकिन उनके द्वारा शराब दुकान हटाने के लिए सार्थक प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। पूर्व में भी इस शराब दुकान को हटाने की मांग लगातार की जाती रही है। अधिकारियों की उदासीनता के कारण यहां के रहवासियों को रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
आए दिन हो रहे विवाद
शराब दुकान के पास अक्सर विवाद की स्थितियां बन रही हैं। कुछ माह पूर्व यहां पर हवाई फायरिंग हुई थी। शराबी पालीटेक्निक मैदान में जाम छलकाते हैं तो वहीं शराब की बोतलें फोड़ जाते हैं। क्षेत्र के अंकुर कुमार ने बताया कि शराब दुकान का हटाया जाना जरूरी है। यहां पर रोज विवाद की स्थितियां बनती हैं। बारापत्थर क्षेत्र की महिला सविता का कहना है कि शराब दुकान को हटाने के लिए अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण इस क्षेत्र में आएदिन वाद-विवाद की स्थिति निर्मित होने से अशांति का वातावरण बना हुआ है।इनका कहना है
बारापत्थर क्षेत्र की शराब दुकान 10 करोड़ की है। हमें तो रेवन्यू बढ़ाना है जो कि सरकार का काम है। हम राजस्व का नुकसान नहीं करेंगे। यदि शराब दुकान हटाई जाती है तो नए स्थान के लिए दिक्कतें होंगी और विवाद होंगे। हालांकि पूर्व में दुकानदान ने दुकान हटाने के लिए कहा था। इस पर विचार किया जाएगा।
बीआर वैद्य, जिला आबकारी अधिकारी
संबंधित शराब दुकान के संबंध में जानकारी लेंगे। शराब दुकान को नए स्थान पर ले जाने के लिए क्या किया जा सकता है और किस नियम के आधार पर क्या काम होगा इस पर कार्रवाई करेंगे।
प्रवीण सिंह अढ़ायच, कलेक्टर