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थमा नहीं दलित युवती के अपहरण का मामला कि बेच दी गईआदिवासी युवती

थमा नहीं दलित युवती के अपहरण का मामला कि बेच दी गईआदिवासी युवती

कान्हीवाड़ा थाना क्षेत्र में दर्ज हुआ युवती बेचने का मामला

सिवनी। गोंडवाना समय।
चार दलित नाबालिग और एक आदिवासी नाबालिक लड़की के अपहरण का मामला अभी थमा भी नहीं था कि एक आदिवासी युवती की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है। यह मामला कान्हीवाड़ा थाना क्षेत्र के नजदीकी गांव का है। महिलाओं संबंधित बढ़ते अपराधों के चलते कान्हीवाड़ा पुलिस मामला गुपचुप रखी हुई थी,लेकिन मीडिया को भनक लगने के बाद थाना प्रभारी युवती की तलाश में जाने की बात कह रहे हैं।

पति-पत्नी और बेटी ने मिलकर बेच दिया युवती

जानकारी के मुताबिक कान्हीवाड़ा अंतर्गत आने वाले एक ग्राम में आदिवासी युवती को बेचने का मामला सामने आया है। जिसमें पति-पत्नी सहित उसकी बेटी पर युवती को छतरपुर जिले में बेचने का आरोप उसके पिता ने लगाया है। आदिवासी युवती के पिता ने इस संबंध में 25 फरवरी को कान्हीवाड़ा थाने पहुंचकर लिखित रूप से शिकायत कर दी है। कान्हीवाड़ा पुलिस ने गंभीरता और सक्रियता दिखाई तो जल्द ही युवती के खरीद-फरोख्त करने वाले आरोपी सलाखों के पीछे जा सकते हैं। हालांकि कान्हीवाड़ा पुलिस मामला दर्ज करने के बाद शांत नजर आ रही थी लेकिन मीडिया को भनक लगने के बाद कान्हीवाड़ा पुलिस अब उक्त युवती की पतासाजी और आरोपियों को पकड़ने के लिए शुक्रवार को छतरपुर रवाना होने वाली है।

ये है मामला

कान्हीवाड़ा थाना अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य एक ग्रामें आदिवासी परिवार की लगभग 21 साल 16 दिन उम्र की आदिवासी युवती बीते 21 फरवरी से अपने घर से गायब हो गई थी वह गांव की ही एक शादी के कार्यक्रम को देखने के लिये रात्रि के समय लगभग 9 बजे एक परिवार की महिला सदस्यों के साथ गई हुई थी । वहीं घर में माता-पिता स्वास्थ्य खराब होने के कारण घर पर ही आराम कर रहे थे। बताया जाता है कि जब आदिवासी युवती रात भर घर नहीं लौटी तो माता-पिता ने सोचा कि गांव में ही मामा का घर है वहां पर वह रात में रूक गई होगी । इसके बाद जब मामा के घर माता-पिता ने पूछा तो पता चला कि वह तो उनके  घर में भी नहीं रूकी थी। युवती के माता-पिता सकते मेें आ गए और  फिर आसपास व रिश्तेदारों में  भी पतासाजी की लेकिन न तो युवती मिली और न ही सुराग लगा।

23 फरवरी के 4 बजे तक लाकर दुंगी लड़की 

जब इसके बाद घर के ही सामने रहने एक परिवार की महिला जिसके साथ आदिवासी युवती शादी कार्यक्रम में गई थी उससे आदिवासी युवती के पिता ने पूछा तो पहले तो साफ मना कर दिया कि मेरे साथ नहीं गई थी । इसके बाद जब परिजनों ने मिलकर पूछताछ किया तो महिला ने कहा कि मैं तुम्हारी लड़की को  23 फरवरी के 4 बजे तक लाकर दुंगी यह कहकर पति-पत्नी और उसकी बेटी जो गये हैं तो वे आज तक वापस नहीं आये हैं। वहीं घर पर भी उनके परिवार का कोई सदस्य नहीं है और वे घर पर ताला लगाकर चले गये हैं ।  बताया जाता है कि जब आदिवासी युवती 23 फरवरी को भी 4 बजे तक नहीं आई उसके बाद 24 फरवरी को भी परिजनों ने युवती के वापस आने का इंतजार किया लेकिन जब वह नहीं आई तो आखिरकार युवती के पिता 25  फरवरी को कान्हीवाड़ा थाने पहुंच गए और बेटी के गुमशुदा होने की लिखित शिकायत दर्ज कराई।

युवती का आया था फोन

परिजनों ने बताया कि हमारी लड़की का फोन गांव के ही व्यक्ति के नंबर पर आया था जिसमें उसने छतरपुर में होने की जानकारी दिया है और यह भी बताया है कि उसे छतरपुर जिले में बेच दिया गया है । इसकी जानकारी भी परिजनों ने तत्काल पुलिस को दिया है वहीं कान्हीवाड़ा पुलिस इस मामले में गंभीरता से कार्यवाही कर आदिवासी युवती के साथ साथ खरीद-बेचने वालों तक भी पहुंचने के लिये प्रयास कर रही है ।

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