मार्कफेड पर धान भंडारण का दबाव बना रहा नान और फूड
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी और बालाघाट जिले की धान का भंडारण करने की जिम्मेदारी एमपी डब्ल्यूएलसी की जिम्मेदारी है लेकिन नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारी और फूड के अधिकारी मिश्रा मार्केफेड एजेंसी पर दबाव डाल रहे हैं। ासर्किट हाउस में मार्केफेड और फुड अफसर के बीच तनातनी भी हुई है।
सुधरवाओं और भंडारण करो-
सूत्र बताते हैं कि मार्केफेड के 300 कैप खराब पड़े हैं जिन्हें सुधरवाकर बालाघाट जिले की धान रखने का दबाव मार्केफेड पर डाला जा रहा है। जबकि धान भंडारण की पूरी जिम्मेदारी एमपी डब्ल्यूएलसी की है।
जिले की धान चौरई और बालाघाट की धान लखनादौन-
जानकारी के मुताबिक सिवनी जिले की तकरीबन 20 हजार मैट्रिक टन धन चौरई में रखी जा रही है। वहीं बालाघाट की 1 लाख 60 हजार मैट्रिक टन धान लखनादौन कैप में भंडारण की व्यवस्था की जा रही है।