जय किसान फसल ऋण माफी योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है
मोहखेड़ में ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण समारोह संपन्न
छिन्दवाडा। गोंडवाना समय।प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे की अध्यक्षता में बुधवार को जिले के मोहखेड़ तहसील में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अंतर्गत ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण समारोह संपन्न हुआ जिसमें 11 हजार 557 किसानों के 21.14 करोड़ रुपए की राशि के ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरित किये गये । इस अवसर पर प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे ने कहा कि सरकार के वचन पत्र के अनुसार जय किसान फसल ऋण माफी योजना किसानों के लिये एक जनहितैषी व महत्वाकांक्षी योजना है । जिससे किसानों को सरकार बनते ही लाभ मिलना शुरू हो गया है और उनके चेहरे पर प्रसन्नता दिखाई दे रही है । उन्होंने प्रदेश सरकार की किसान हितैषी नीतियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये मुख्यमंत्री कमल नाथ के जनहित व प्राथमिकता के विषय को जनसमुदाय को अवगत कराया और कहा कि कर्ज माफी का जो निर्णय है वह अपने आप में ऐतिहासिक है । कृषि उत्पादन लागत में लगातार बढ़ोत्तरी तथा उस हिसाब से कृषकों के शुध्द लाभ नहीं होने पर किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा था और उस कर्ज मुक्ति के लिये प्रदेश सरकार के निर्णय के क्रियान्वयन की सभी जगह सराहना की जा रही है । उन्होंने वचन पत्रानुसार कन्यादान योजना, वृध्दावस्था व नि:शक्त पेंशन की बढ़ोत्तरी की जानकारी भी दी । इस अवसर पर पूर्व मंत्री व विधायक दीपक सक्सेना ने भी सरकार की जनहितकारी योजनाओं की जानकारी देकर पेयजल समस्या के समाधान के साथ ही अन्य विकासात्मक कार्यो की जानकारी देकर कहा कि प्रदेश में छिन्दवाड़ा मॉडल के अनुसार कार्य किये जायेंगे, जहां विकास तथा सभी जनहितकारी कार्य होंगे । कार्यक्रम में नकुल नाथ ने भी प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी दी । सौंसर विधायक विजय चौरे ने भी प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर जय किसान फसल ऋण माफी योजना पर अपना उद्बोधन दिया । कार्यक्रम में कृषक हितग्राहियों को फसल ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरित करने के साथ ही किसान सम्मान पत्र भी वितरित किये । किसानों द्वारा ऋण मुक्ति और किसान सम्मान पत्र पाते ही उनमें उत्सव जैसा माहौल बन गया । कार्यक्रम में पांढुर्णा विधायक श्री निलेश उईके सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी तादाद में किसान उपस्थित थे।