किसानों के ऋणमाफी में ग्रामीण विकास विभाग की नींद हराम
15 दिन से लगातार हर दिन बैठक का दौर
सिवनी। गोंडवाना समय।
कांग्रेस सरकार की मुख्यमंत्री किसान ऋण माफी योजना ने सरकारी अमले की नींद हराम कर दी है। ग्रामीण विकास विभाग को पूरा अमला ऋण माफी के कार्य में लगा दिया गया है। एक महीने से ज्यादा समय हो चुका लोग कर्जमाफी के अलावा कोई कार्य नहीं कर रहे हैं और अभी कितना समय लगेगा यह कहा नहीं जा सकता है क्योकि जिस तरीके से सहकारी बैंकों और सोसायटियों में लापरवाहियां की है उससे ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव के पूर्व हो पाना मुश्किल है। ग्रामीण विकास विभाग के हर एक अधिकारी-कर्मचारी के मुुंह से सिर्फ कर्जमाफी का ही नाम निकल रहा है।
15 दिन से लगातार बैठक का दौर
जानकारी के मुताबिक पिछले 15 दिनों से जनपदों में सिर्फ कर्जमाफी के फार्म और उनकी समीक्षा को लेकर ही लगातार बैठक चल रही है। सुबह से ही भूखे-प्यासे रोजगार सहायक,पंचायत सचिव,पीसीओ, इंजीनियर जनपद पहुंचकर देर शाम तक बैठक में नजर आ रहे हैं। सबसे खास बात तो यह है कि छुट्टी के दिन भी उन्हें सुकुन नहीं मिल रहा है। 03 फरवरी रविवार को भी कर्जमाफी को लेकर जनपद पंचायत सिवनी में सीईओ सुमनखातरकर द्वारा बैठक ली गई जो कि देर शाम तक चलते रही।
सपने में भी कर्जमाफी
प्रदेश की कांग्रेस सरकार का कर्जमाफी के कार्य को लेकर इतना दबाव है कि ग्रामीण विकास विभाग में पदस्थ निचले स्तर से लेकर बड़े स्तर तक का कर्मचारी तनाव में है। नाम न बताते हुए कर्मचारियों ने बताया कि तनाव के कारण उन्हें नींद नहीं आ रही है और यदि नींद आ भी जाए तो सपने में भी कर्जमाफी के फार्म ही नजर आ रहे हैं।