बरघाट में बेतहशा कट रहे हरे-भरे पेड़
सिवनी। गोंडवाना समय।
जिले के सरकारी अफसर दोहरी बात कर रहे हैंं एक तरफ पर्यावरण को लेकर पेड़ लगाने का संदेश देते हैं वहीं दूसरी पेड़ों को काटने के लिए धड़ल्ले से अनुमति दे रहे हैंं। हम बात कर रहे हैं बरघाट क्षेत्र की जहां बड़ी संख्या में आम,इमली और अन्य प्रजाति के बड़े-बड़े हरे-भरे पेड़ बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में काटकर ट्रकों से बाहर सप्लाई किए जा रहे हैं। बोरी ग्राम के पास हर दिन हरे पेड़ों के कटे हुए ठूठ को लेकर एक या दो ट्रक खड़े रहते हैं और फिर शाम होते ही मंजिल की ओर रवाना हो जाते हैंं।
आखिर क्यो मौन है फारेस्ट,पुलिस और राजस्व अमला
खूलेआम भारी भरकम पेड़ों के कटे हुए ठूठ को अलग-अलग करके ट्रकों में भरकर ले जाया जा रहा है आखिर कैसे अनुमति मिल रही है क्या राजस्व विभाग और वन विभाग को हरे-भरे पेड़ नजर नहीं आ रहे हैं। अगर अवैध रूप से ले जाया जा रहा है तो पुलिस और फारेस्ट और राजस्व विभाग का अमला उन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है और यदि वैध तरीके से ले जाया जा रहा है तो फिर हरे-भरे पेड़ों को काटने की अनुमति क्यो और कैसे दी जा रही है यह सवाल खड़ा हो रहा है। क्या उन्हें पर्यावरण को लेकर चिंता नहीं है यह भी प्रश्न खड़ा हो रहा है।
सेटिंग से चल रहा खेल
सूत्र बताते हैं कि लकड़ी माफियाओं की राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों से जबरदस्त सेटिंग है उन्हें आसानी से अनुमति भी मिल जाती है और उनके ट्रक सिवनी से बाहर भी निकल जाते हैं। ऐसा ही बुधवार को देखने को मिला। ट्रक एमपी 19 एचए 1177 पहले तो लकड़ी भरकर बोरी गांव के पास सड़क पर खड़ा रहा और फिर शाम होते ही तेज रफ्तार के साथ सिवनी होते हुए बाहर रवाना हो गया।