अब सुरक्षित यातायात, सड़क सुरक्षा चर्चा का महत्वपूर्ण विषय
सड़क सुरक्षा सप्ताह के प्रथम दिन हुआ आयोजन
सिवनी। गोंडवाना समय।देश में तेजी से बढ़ रही मोटर वाहनों की संख्या और उससे होने वाली दुघर्टनाओं को देखते हुये सड़क सुरक्षा चर्चा का एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है । सड़क सुरक्षा के संबंध में हमें तेजी से कदम उठाने होंगे सड़क सुरक्षा को समझने के लिये सड़क चिन्ह आधारभूत संकेत होते है। इन्हें आदेशात्मक चेतावनी वाले एवं सूचनात्मक चिन्हों के वर्गो में बांटा गया है और इनका डिजाईन बनाकर एक संग्रह पेश किया गया है। उक्त उदगार प्रभात मिश्रा नायब तहसीलदार ने डूंडासिवनी में आयोजित 30 वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अनुविभागीय पुलिस अधिकारी के.वर्मा ने कहा कि 4 फरवरी से 10 फरवरी तक आयोजित सड़क सुरक्षा सप्ताह पर स्कूल बस,साईकिल और पद यात्रियों संबंधी जानकारी को आकर्षक चित्रों को माध्यम से समझाया गया है। यदि हम सुरक्षित यातायात के बारे में अपनी जिम्मेदारी समझते है तो हमारे समाज में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले हादसे कम होंगे। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय सड़क सुरक्षा के लिये नीतियाँ तैयार करता है ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।
डंूडासिवनी थाना प्रभारी प्रदीप वाल्मिकी ने कहा मंत्रालय देश में सड़क परिवहन को विनियमित करने तथा सड़क सुरक्षा के परिदृश्य में सुधार लाने के लिये व्यापक नीतियाँ बनाता है। मंत्रालय विभिन्न केन्द्रीय क्षेत्र की योजनायें लागू करने के लिये भी उत्तरदायी है। ये योजनायें राज्य परिवहन विभाग के कर्मिकों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम असंगठित क्षेत्र में भारी वाणिज्यिक वाहनों के चालकों के लिये पुनश्चर्या प्रशिक्षण, सड़क सुरक्षा संबंधी प्रचार तथा जागरूकता अभियान, राज्यों, संघ राष्ट्र क्षेत्रों को सड़क सुरक्षा तथा प्रदूषण जांच उपकरण उपलब्ध कराना, राष्ट्रीय राजमार्ग दुर्घटना सहायता सेवा योजना, सड़क परिवहन के क्षेत्र में राष्ट्रीय डाटाबेस/कम्प्यूटरीकरण, सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को सुदृढ़ बनाना, निरीक्षण व प्रमाणन केन्द्रों तथा मॉडल ड्राईविंग प्रशिक्षण स्कूलों की स्थापना आदि संबंधी मानव संसाधन विकास से संबंधित है। भारत सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप सड़क सुरक्षा उपायों तथा सामाजिक जागरूकता में सुधार हुआ है। आयोजन के दौरान सबइंस्पेक्टर रेवाराम पटेल,आर. शरणागत, उत्तम पाटिल,ओमप्रकाश कोरे,आरक्षक शिवदीन ठाकुर,विवेक बोथरे, नवीन धुर्वे, दीपलता पटले,पूनम नाग, संतोष साहू, ज्योति बघेल, सैनिक गायत्री इनवाती,देवकी तेकाम, विजेन्द्र दुबे, गोंविद भलावी आदि शामिल थे। आयोजन के दौरान क्षेत्र से आये हुये शिक्षक,छात्र-छात्राओं को भी मार्गदर्शन दिया गया।