एक ही परिवार के तीन लोगों को मछुआ आवास
कुरई विकासखंड के खवासा में दिया गया पति-पत्नी बेटे को लाभ
सिवनी। गोंडवाना समय। मप्र शासन की नीलक्रांति योजना में पति-पत्नी सहित परिवार को लाभ दिए जाने क बाद सिवनी मछुआ आवास योजना में भी फर्जीवाड़ा किया गया है। एक ही परिवार के तीन लोगों का मछुआ आवास योजना का लाभ दिया गया है। वर्ष 2016-17 की सूची में एक ही परिवार के तीन लोगों के नाम दर्ज हैं जो खुद ही बयां कर रहे हैं कि मत्स्य विभाग ने किस तरीके से फर्जीवाड़ा किया है।
पति-पत्नी और बेटे,बहु के नाम से मकान-
उपसंचालक मत्स्योघोग सिवनी के मछुआ आवास 2016-17 की सूची पर गौर फरमाएं तो खवासा के त्रिलोकचंद पिता बालकराम पत्नी प्यारी बाई और बेटे मोहन और उसकी पत्नी का नाम मछुआ आवास का लाभ की सूची में दर्ज है। सूची में नाम के नाम के अलावा बैंक का नाम,खाता क्रमांक सहित तीनों का आधार नंबर भी दर्ज है। जिसमें त्रिलोक का एसआरआरबी बैंक खाता क्रमांक 2000571010000546 और आधार क्रमांक नंबर 375279130763 दर्ज है। पत्नी श्रीमति प्यारी बाई का खाता भी एसआरआरबी बैंक में है जिसका खाता क्रमांक 2000571030012226 और आधार क्रमांक 491081109690 दर्ज है। इसी तरह बेटे मोहन का खाता भी एसआरआरबी खवासा खाता क्रमांक 2000571010002612 आधार क्रमांक 819884094034 दर्ज है। उसकी पत्नी नेहा एसआरआरबी खवासा खाता क्रमांक 2000571030011045 और आधार क्रमांक नंबर 781677405809 दर्ज है। सूत्रों की मानें तो बारिकी से जांच हो जाए तो मत्स्य विभाग में नीलक्रांति के साथ-साथ मछुआ आवास योजना में भी फर्जीवाड़ा उजागर हो सकता है।
रिश्वत का लगा है दाग-
मत्स्य विभाग में पदस्थ मत्स्य निरीक्षक एसके बक्शी रिश्वत लेते रंगे हाथ लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। इसके अलावा दूसरे निरीक्षक संजय अम्बोलिकर का पैसे की मांग करते हुए वीडियो वायरल हो चुका है। जिसमें विभागीय अधिकारियों ने निलंबित भी कर दिया था लेकिन वे स्टे लेकर फिर सिवनी कार्यालय में पदस्थ हैं इसके बावजूद मत्स्य विभाग के उपसंचालक रवि कुमार गजभिये योजनाओं के फर्जीवाड़े से इंकार कर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं गोंडवाना समय द्वारा लगातार खबर प्रकाशित कर विभाग की गड़बड़ियों को उजागर किए जाने पर जांच करने की बजाय समाचार पत्र को ही बदनाम किया जा रहा है।
कई सालों से सिवनी में पदस्थ
मत्स्य विभाग के उपसंचालक रवि कुमार गजभिये सिवनी जिले में पिछले कई सालों से पदस्थ हैं। सिवनी से छिंदवाड़ा जिले में स्थानांतरण हो जाने के बावजूद सिवनी जिले के प्रभारी के रूप में भी बने हुए हैं। मछली विभाग से जुड़े हुए मछुआरे बताते हैं कि जब से ये पदस्थ हुए हैं तब से मछुआ समाज के लोग परेशान हैं। परेशान मछुआ समाज के लोगों द्वारा भोपाल में बैठे हुए डायरेक्टर तक को उस मामले की शिकायत कर चुके हैं।
इनका कहना है.....
नियम देखा जाएगा और यदि गलत है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रवि कुमार गजभिये प्रभारी उपसंचालक मत्स्य विभाग सिवनी।