Type Here to Get Search Results !

शान-ए-शौकत के साथ मनाई गई ईद,अमन चैन की मांगी दुआ

शान-ए-शौकत के साथ मनाई गई ईद,अमन चैन की मांगी दुआ


सिवनी। गोंडवाना समय। माह-ए-रबी-उल-अव्वल हिजरी इस्लामी साल का तीसरा महीना है। यूं तो तमाम दिन और तमाम महीने ही मुबारक और फजीलत वाले होते हैं, लेकिन रबी-उल-अव्वल के महीने की अहमियत खुसूसियत (विशेषता) इस एतबार से ज्यादा बढ़ जाती है। रबी-उल-अव्वल महीने की 12 तारीख को आप पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्ल. अलैह व सल्लम की पैदाईश की खुशी मनायी जाती है।
जश्र ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर बुधवार 21 नवम्बर को जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में आज पूरी शान-ए-शौकत के साथ जुलूस निकालकर अकीदतमंदों द्वारा अपनी खुशी का इजहार किया गया। इस मौके पर पैदल जुलूस निकाला गया तथा जगह-जगह अकीदंतमंदों द्वारा जुलूस का स्वागत किया गया। जुलूस में हजारों की संख्या में बच्चे, बूढ़े और नौजवानों ने शिरकत कर फैज हासिल किया। ज्ञात हो कि सुबह 8.30 बजे सब्जी मंडी स्थित ईदगाह मस्जिद से प्रारंभ हुआ, जो नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए बस स्टेंड स्थित नगर पालिका मैदान में जाकर समाप्त हुआ। जुलूस में विभिन्न स्थानों पर अकीदतमंदों द्वारा मिठाई, फल, बिस्किट, चॉकलेट, हलवा, खीर, लड्डू, शरबत एवं पानी जुलूस में शामिल लोगों को बांटा गया।
ईद मिलादुन्नबी नगर पालिका मैदान में पहुंचने पर ऐतिहासिक पैदल जुलूस का समापन किया गया। इस अवसर पर तकरीर, सलातो सलाम के पश्चात देश की अमन व शांति के लिये दुआ मांगी गई तथा दुआओं में हजारों हाथ एक साथ उठे। दुआ के पश्चात लंगर-ए-आम का आयोजन भी किया। जश्रे ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन द्वारा अनेक स्थानों पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के भी पुख्ता इंतजाम किये गये थे। निकले ऐतिहासिक जुलूस को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए  गए थे।

छपारा में भी उत्साह के साथ मनाई गई ईद

ईद मिलादुन्नबी मुस्लिम समुदाय के द्वारा बड़े ही धूमधाम और शांतिपूर्वक ढंग से मनाया गया तय कार्यक्रम के अनुसार नगर के पिंजारी वार्ड स्थित अखाड़ा मोहल्ला से विशाल जुलूस निकाला गया जिसमें मुस्लिम समुदाय के हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए जुलूस झंडा चौक से शुरू हुआ जहां जुलूस में शामिल लोगों के लिए मुस्लिम समुदाय के युवाओं के द्वारा कई तरह के पकवान बनाकर रखे गए थे जिससे लोगों ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। अखाड़ा चौक से निकाली गई ईद मिलादुन्नबी की शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्ग होते हुए संजय कॉलोनी पहुंची जहां से फिर वापस होकर अखाड़ा चौक में समाप्त हो गई इस ईद मिलादुन्नबी की शोभायात्रा में नगर सहित आसपास क्षेत्र के बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल रहे। जुलूस शोभायात्रा का जगह.जगह लोगों ने स्टॉल लगाकर स्वागत किया एक दूसरे को बधाइयां देकर मिठाईयां भी बांटी गई। बताया जाता है कि ईद मिलादुन्नबी का पर्व पैगंबर मुहम्मद के जन्म की याद में मनाया जाता है। यह दिन पैगंबर मुहम्मद और उनके उपेदेशों को पूरी तरह समर्पित होता हैं । भारत समेत दुनियाभर में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। इस मर्तबा यह पर्व 21नवंबर को मनाया गया। 570 ईसवी में पैगंबर हजरत मुहम्मद का मक्का में जन्म हुआ था। पैगंबर की जयंती इस्लामी कैलेंडर हिजरी के अनुसार 12 रबी.उल.अव्वल को पड़ती है। यह तारीख मुसलमानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि पैगंबर मुहम्मद का जन्म इसी दिन हुआ था। पैगंबर मुहम्मद के जन्म की याद में ही ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। यह दिन पैगंबर मुहम्मद और उनके उपेदेशों को पूरी तरह समर्पित होता है। ईद मिलादुन्नबी पर लोग अपने घरों से निकलकर खुशी का इजहार करते हैं और बड़ी तादाद में इक_ा होकर जुलूस निकाला जाता है। जुलूस में बच्चेए बड़े और बुजुर्ग नात शरीफ ;पैगंबर मुहम्मद की तारीफ में पढ़ा जाने वाला कलामद्ध पढ़ते हैं। साथ ही जुलूस में पैगंबर की शिक्षाओं के बारे में बयान किया जाता है। इस दिन मस्जिदए घरोंए सड़कों को सजाया जाता है और जरूरतमंद लोगों की मदद की जाती है। हजरत मुहम्मद को इस्लाम का आखिरी नबी माना जाता है। मुसलमानों का अकीदा है कि पैगंबर मुहम्मद के बाद कोई नबी नहीं आएगा। मक्का में पैगंबर द्वारा दिए गए धार्मिक संदेश उस वक्त कई लोगों को पसंद नहीं आए जिस वजह से उन्होंने पैगंबर को परेशान करना शुरू कर दिया। इसके बाद पैंगबर ने अपने अनुयायियों के साथ मक्का छोडने का फैसला किया। पैगंबर मोहम्मद ने 622 ईसवी में मदीना के लिए कूच किया।







Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.