उत्तर वन में हो रहा सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ योजना का प्रचार
आचार संहिता की उड़ रही धज्जियां, हर कमरे में लगे कैलेंडर में तीर्थ योजना
सिवनी। गोंडवाना समय। आचार संहिता का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है। सरकारी अफसर ही आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसकी बानगी जबलपुर रोड स्थित शहर के उत्तर वन मंडल कार्यालय में देखा गया है। कार्यालय के हर एक कमरे में मप्र शासन का एक कैलेडर लगा हुआ है जिसमें प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ योजना का बखान लिखा हुआ है। यहीं नहीं केलेंडर के हर एक पन्ने में सरकार की योजना का बखान और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की तस्वीर बनी हुई है। गोंडवाना समय की टीम की नजर पड़ी तो उन्होंने बकायदा उसकी तस्वीर को कैमरे में कैद कर ली। समय दिखाती हुई घड़ी और वन विभाग के कर्मचारियों के समक्ष प्रदेश सरकार की योजना का प्रचार करता केलेंडर खुद उत्तर वन मंडल के डीएफओ गौरव चौधरी और उनके अधीनस्थ अमले की लापरवाही को बयां कर रहा था।
जहां अधिकारी-कर्मचारी बैठते हैं वहीं आचार संहिता का उल्लंघन-
उत्तर वन मंडल कार्यालय में आचार संहिता का उल्लंघन कहीं ओर नहीं बल्कि अधिकारी-कर्मचारियों के कक्ष में ही हो रहा है। जहां वे बैठते हैं उनके आगे पीछे मप्र शासन का कलेंडर लगा हुआ है। जिसमें सरकार की योजना का बखान लिया हुआ है। ऐसे नहीं है कि उस कलेंडर पर उनकी नजर नहीं जाती है। हर दिन कोई न कोई अधिकारी-कर्मचारी की नजर पड़ती रहती है बावजूद उस पर अनदेखी की जा रही है। हालांकि भले ही वह तारीख देखने के लिए उपयोग किया जा रहा है लेकिन निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन के आधार पर उसे न हटाना आचार संहिता का खूला उल्लंघन है।
आचार संहिता लागू हुए 22 दिन
छह अक्टूर को पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू हो चुकी है। आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी गोपाल चंद्र डाड निर्देश दे चुके हैं। हर दिन जनसम्पर्क के माध्यम से प्रेस विज्ञाप्ति जारी करके बार-बार आचार संहिता को कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है इसके बावजूद उत्तर वन मंडल कार्यालय के डीएफओ और उसके अधीनस्थ अमला द्वारा प्रदेश सरकार की योजना का प्रचार करते केलेंडर को न हटाए जाना घोरलापरवाही को बयां कर रहा है। शनिवार दोपहर 2.40 बजे गोंडवाना समय द्वारा ली गई तस्वीर साफ ही सबकुछ बंया कर रही थी। इस संबंध में अवगत कराने के लिए डीएफओ गौरव चौधरी को बार-बार फोन लगाया और मैसेज भी किया बावजूद उन्होंने गंभीरता नहीं लिया। अब देखना ये है कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले अध्रिारी-कर्मचारियों के खिलाफ जिला निर्वाचन अधिकारी कोई कार्रवाई करते हैं या नहीं आने वाला समय बताएगा।
इधर उल्लंघन के बाद कोई कार्रवाई नहीं-
जिला पंचायत में दैनिक गोंडवाना समय द्वारा खबर प्रकाशित किए जाने के बाद प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की छायाचित्र और होर्डिंग्स को ढंक दिया गया है लेकिन जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है साफ है कि आचार संहिता को लेकर गंभीरता नहीं बरती जा रही है।
विपक्ष भी नहीं दे रहा ध्यान-
भाजपा सरकार की योजना का प्रचार कर आचार संहिता का उल्लंघन करने के बावजूद विपक्ष पार्टी कांग्रेस,गोंडवाना गणतंत्र पार्टी,आप पार्टी,बहुजन समाजपार्टी भी कोई ध्यान नहीं दे रही है।