ये पब्लिक है सब जानती है.....
ग्रामीणों से गोंडवाना समय टीम ने की चर्चा तो जनप्रतिनिधियों के दावे निकले खोखले
सिवनी।गोंडवाना समय। विधानसभा चुनाव के दौरान फिल्म रोटी में कलाकार राजेश खन्ना और मुमताज पर किशोर कुमार की आवाज में फिल्माया गया बहुत ही खूबसूरत गीत ये पब्लिक है सब जानती है सटिक बैठ रहा है। विकास का दावा कर कांग्रेस और भाजपा से जो भी कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि चुनाव लड़ रहे हैं उन्होंने बीते सालों में कितना विकास कार्य कराया है यह सब क्षेत्र की जनता जानती है और जनता उनके उसी कार्य के हिसाब से अपने मतदान का प्रयोग करेगी चाहे प्रत्याशी चुनाव के दौरान उन्हें कितना ही झांसा क्यों न दें। गोंडवाना समय की टीम ने जब जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र में विकास को लेकर चर्चाऐं की तो हर विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग बातें सामने आर्इं।
विकास के रूप में सिर्फ सभा मंच-
केवलारी विकासखंड के तहत भोमा,कान्हीवाड़ा,कटिया गांव में हर एक वर्ग के लोगों से विकास को लेकर बात की गई तो ग्रामीणों का कहना था कि कांग्रेस के विधायक रजनीश सिंह और सरकार भाजपा की थी लेकिन क्षेत्र में कोई खास विकास नहीं हो पाया है। कहने को रजनीश सिंह द्वारा विकास के नाम पर चबुतरा और सभामंच के लिए पैसे दिए गए हैं। खाद-बीज की किल्लत मची रही। वहीं भावांतर के पैसों के लिए किसान भटक रहे हैं। न सत्ता में काबिज सरकार ने किसानों की सुध ली और न ही रजनीश सिंह ने मुद्दा उठाया। लोगों की प्रतिक्रिया थी विकास और अच्छी सरकार के लिए हर पांच साल में सरकार और प्रतिनिधि बदलना चाहिए। केवलारी क्षेत्र के लोगों का इशारा वर्तमान प्रतिनिधि और वर्तमान सरकार को बदलने की ओर था। धनौरा और सुनवारा क्षेत्र के लोगों से भी गोंडवाना समय की टीम ने बात की तो लोगों ने साफ कहा कि कोई विकास नहीं हुआ है। सड़के बदहाल पड़ी हुई है जिनसे निकलते ही सत्ता और सत्ता के बाहर बैठे हुए लोगों की वायदा खिलाफी साफ नजर आ रही है।
सिवनी में भी विकास नहीं पर मेडीकल की सौगात-
सिवनी विधानसभा क्षेत्र में भी कोई ज्यादा विकास नहीं हुआ है लेकिन मेडीकल कॉलेज की मिली सौगात से दिनेश राय मुनमुन पर जनता का विश्वास कायम रह सकता है। शहर में विकास ठप्प पड़ा हुआ है न मॉडल का काम पूरा हो पाया है और न ही जर्जर सड़कें बन पाई है। हालांकि गांव में सभा मंच और अन्य विकास कार्य के लिए राशि दी गई है। दूसरी तरफ दिनेश राय मुनमुन लोगों के दुख-सुख में हमेशा शामिल होते रहते हैं ऐसे में लोग उनसे भवनात्मक रूप से लोग उनसे जुड़ सकते हैं।
लखनादौन और बरघाट में भी नहीं कोई विशेष विकास-
जिले की दो आदिवासी विधानसभा बरघाट और लखनादौन में दो आदिवासी विधायक होने के बावजूद भी कोई बड़े विकास कार्य नहीं हो पाएं है। खासकर बरघाट में तो कमल मर्सकोले सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक थे तब भी कोई खास विकास नहीं करा पाएं है और न ही उनके नाम कोई बड़ी उपलब्धि है। कांचना मंडी जलाशय बनकर तैयार हुआ है वह भी डॉक्टर ढालसिंह बिसेन के प्रयास का फल है। स्थानीय लोगों से जब गोंडवाना समय की टीम ने बात की तो वहां भी जनता कहते हुए नजर आ रही थी कि विकास कुछ नहीं हुआ है अब चेहरा और सत्ता दोनों बदलनी चाहिए। इसी तरह लखनादौन में भी भाजपा और कांग्रेस दोनों के चेहरे बदलना चाहती है।