सरकार का सोयाबीन बर्बाद नहीं मिल रहा मुआवजा
सूरज धारा योजना के तहत आदिवासी को दिया गया था सोयाबीन का बीज
सिवनी। सूरज धारा योजनाअंतर्गत अदला-बदली कार्यक्रम के तहत किसान कल्याण विभाग द्वारा दिया गया सोयाबीन का बीज सिहोरा के आदिवासी किसान चन्द्रकुमार की मेहनत और पैसे को बर्बाद कर दिया है। न तो सोयाबीन की फसल हुई और न ही शासन स्तर से उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है। किसान मुआवजा की गुहार लगाकर थक गया है। राजस्व अमला से लेकर प्रशासन तक उस किसान की सुध नहीं ले रहे हैं।
एक साल से मुआवजे की गुहार लगा रहा किसान-
आदिवासी किसान चन्द्रकुमार निवासी सिहोरा ने बताया कि वर्ष 2017 में अपनी दो एकड़ की भूमि पर सोयाबीन की फसल लगाई थी। सोयाबाीन का यह बीज सूरजधारा योजना के तहत किसान कल्याण विभाग द्वारा दिया गया था। किसान का कहना है कि अच्छी फसल होन की उम्मीद पर उन्होंने भरपूर मेहनत की और लागत भी लगाई लेकिन सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई। सोयाबीन की फसल बर्बाद होने की जानकारी उन्होंने ग्राम कोटवार,पटेल और पटवारी को दी लेकिन पटवारी उनके खेत में सर्वे करने नहीं पहुंचा तथा उनकी अनुपस्थिति में पटवारी ने झूठा पंचनामा बनाकर प्रस्तुत कर दिया था जिससे उसे मुआवजा नहीं मिला। आदिवासी किसान ने तहसीलदार एवं प्रशासनिक अधिकारियों से बर्बाद हुई सोयाबीन फसल का मुआवजा दिए जाने की मांग की है।