लोनिया गांव के पास बनते ही दरार छोड़ रही पेंच की नहर
घटिया मसाले का हो रहा उपयोग
पेंच व्यपवर्तन योजना प्रारंभिक से लेकरअभी तक विवादों में है। नहर की दिशा और लेआउट बदलने के बाद गुणवत्ता को लेकर विवादों में है लेकिन नहर की उस गड़बड़ी में सरकार और प्रशासनिक अधिकारी धृतराष्ट्र की तरह आंख में पट्टी बांधकर बैठे हुए हैं। नहर का काम जो भी ठेकेदार कर रहा है वह पलीता ही लगा रहा है।
सिवनी।गोंडवाना समय। मुख्यालय से लगे हुए लोनिया गांव में अधूरे पड़ी नहर का काम शुरू हो गया है लेकिन ठेकेदार घटिया काम कर रहा है। नहर बनते ही दरारे छोड़ रही है। नहर के ऊपर बिछाई गई सीसी परत खुद बयां कर रही है। दरार एक जगह नहीं बल्कि कई जगह अलग ही दिखाई दे रही है। अधूरे नहर का निर्माण कार्य ठेकेदार मलिक खान द्वारा कराया जा रहा है।पानी भरी नहर के भीतर ही बना रहे मसाला-
नगर निर्माण के लिए जो मसाला बनाया जा रहा है उसे हाईड्रोलिक मिक्चर मशीन से बनाए जाने की बजाए कच्ची नहर में जमा पानी के भीतर ही मजदूरों द्वारा मसाला बनाया जा रहा है। जिसमें गिट्टी-रेत ज्यादा और सीमेंट का उपयोग कम किया जा रहा है। मिट्टी के बीच मसाला बनने से उसकी गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। वहीं दूसरी तरफ उसकी तराई भी नहीं हो रही है लिहाजा नहर में दरारें आ गई है जो कि नहर चालू होते ही सीमेंट की परत उधड़कर बह जाएगी जैसे की भंडारपुर,कारीरात,करैया,कातलबोड़ी गांव में हालात देख चुके हैं।किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजना,अफसर लगवा रहे पलीता-
छिंदवाड़ा जिले में चौरई स्थित माचागोरा डेम से सिवनी जिले के एक सैकड़ा से अधिक गांव को सिचिंत करने के लिए किसानों के लिए बनाई गई महत्वपूर्ण योजना है। केन्द्र और राज्य सरकार इस योजना में करोड़ों रुपए भी खर्च कर रही है लेकिन पेंच नहर के जिम्मेदार कमीशनबाजी के चलते घटिया और गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य कराकर किसानों की इस महत्वपूर्ण योजना में पलीता लगा रहे हैं। जिसका खामियाजा खुद किसान और सरकार को भुगतना पड़ सकता है।धृतराष्ट्र की तरह आंख मूंदकर बैठे अफसर-
पेंच नहर की गुणवत्ता को लेकर ऐरीकेशन विभाग के समस्त तकनीकी अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायत कर चुके हैं लेकिन धृतराष्ट्र की तरह आंख मुंदकर बैठे हुए अधिकारी घटिया निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार पर कोई कारवाई नहीं कर रहे हैं। गौरतलब है कि सरला मेंटेना कम्पनी के खिलाफ समाचार पत्र में कई सुर्खियां बन चुकी है लेकिन प्रशासन ने उन पर संज्ञान नहीं लिया है। वहीं इसकी शिकायत शिवराज सरकार को भी की जा चुकी है लेकिन सरकार भी भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देते हुए चुप्पी साधकर बैठी रही।👉click here to read complete गोंडवाना समय👈