अध्यापकों के ट्रान्सफर जिला पंचायत सीईओ जिम्मेदार
ट्रान्सफर में डीईओ का नहीं अभिमत,जिला सीईओ जिम्मेदार
सूचना के अधिकार में जिला शिक्षा अधिकारी ने लिखित रूप से दस्तावेज देकर किया स्पष्ट
सिवनी। जिला पंचायत सीईओ स्वरोचित सोमवंशी द्वारा शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर सहायक शिक्षक,अध्यापक,वरिष्ठ अध्यापकों के स्थानांतरण किया गया है उसमें जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अभिमत नहीं दिया गया है। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत दिए गए दस्तावेजों में स्पष्ट कर दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल ने ट्रान्सफर का पूरा जिम्मा जिला पंचायत सीईओ स्वरोचित सोमवंशी पर मड़ दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने शासन स्तर पर बैठे हुए वरिष्ठ अधिकारियों को भी यही जानकारी भेज चुके हैंं।
सीईओ कार्यालय से सिर्फ चार मांगे गए थे अभिमत-
जिला पंचायत सीईओ स्वरोचित सोमवंशी द्वारा शिक्षा विभाग के कितनी अध्यापक,सहायक अध्यापक,वरिष्ठ अध्यापकों के स्थानांतरण को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी से अभिमत मांगे जाने की जानकारी दैनिक गोंडवाना समय की टीम द्वारा सूचना के अधिकारी के तहत मांगी गई थी जिसमें जिला पंचायत कार्यालस से दो अध्यापक और सहायक अध्यापकों के स्थानांतरण के लिए अभिमत चाहा गया था जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल द्वारा स्थानांतरण किए जाने संबंधित कोई भी पॉजीटिव अभिमत नहीं दिया गया है। जबकि एजुकेशन विभाग के तकरीबन 20 से 22 अध्यापक,सहायक अध्यापकों का स्थानांतरण नियम विरूद्ध कर दिया गया है। अध्यापकों एवं सहायक शिक्षकों के स्थानांतरण के खेल में जिला पंचायत पंचायत सीईओ के साथ परियोजना अधिकारी ओमेगा पाल और एक आॅपरेटर संलग्न शामिल बताए जा रहे हैं। जिला पंचायत कार्यालय के सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि ट्रान्सफर के इस खेल में ओमेगा पाल और धुलेश्वर साहू ने लेनदेन का खेल किया है। वहीं सूत्र यह भी बता रहे हैं कि दस अध्यापक,सहायक अध्यापकों के स्थानांतरण के आदेश निरस्त किए जाने के बाद उन्हें पैसे न लौटाना पड़े इसलिए उन्हें कोर्ट का स्टे लाकर चुपचाप नई पदस्थापना में बने रहने का ज्ञान भी आॅपरेटर और परियोजना अधिकारी अध्यापकों को दे रहे हैं। सूचना के अधिकार के तहत दी गई जानकारी के मुताबिक जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल से शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सुनवारा विकासखंड धनौरा श्रीमति संध्या उइके वरिष्ठ अध्यापक ने स्वास्थ्य संबंधित समस्या बताकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरापलारी पदस्थापना के लिए जिला पंचायत कार्यालय में आवेदन किया था। जिस पर जिला पंचायत कार्यालय से जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल से अभिमत मांगा गया था जिसमें 7 जून 2018 को उन्होंने अध्यापक संवर्ग हेतु प्रचलित आॅनलाइन ाअन्तरनिकाय संविलियन नीति के अतिरिक्त अन्यत्र शाला में स्थानांतरण या पदांकन किए जाने का कोई प्रावधान न नहीं होने का अभिमत दिया था। इसी तरह मुरारी राल उइके सहायक अध्यापक शासकीय प्राथमिक शाला बकोड़ी,श्रीमति विद्या डहरवाल सहायक अध्यापक शासकीय प्राथमिक शाला कामता विकास खंड सिवनी राजेश कुमार नागेश्वर अध्यापक के लिए 9 जुलाई को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्थानांतरण या पदांकन किए जाने का कोई प्रावधान नहीं होने का अभिमत दिया गया था।
10 क्यों बाकी अध्यापकों के आदेश भी निरस्त करें सीईओ-
एजुकेशन विभाग और जनजातीय कार्य विभाग से तकरीबन आधा सैकड़ा के लगभग अध्यापक,वरिष्ठ अध्यापक,सहायक अध्यापकों का जिला पंचायत सीईओ स्वरोचित सोमवंशी के हस्ताक्षर युक्त आदेश से स्थानांतरण हुआ है। जिसमें समाचार पत्रों में हो हल्ला मचने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने गुपचुप तरीके से जिला शिक्षा कार्यालय विभाग को मेल भेजकर ट्रायवल विभाग के 10 अध्यापक,सहायक अध्यापकों के किए गए स्थानांतरण को निरस्त कर दिया लेकिन शेष अध्यापक,सहायक अध्यापकों के स्थानांतरण आदेश को निरस्त क्यों नहीं किया। अगर नियमानुसार किए गए हैं तो जिला पंचायत सीईओ को खूलकर मीडिया के सामने आकर या प्रेस विज्ञाप्ति जारी करके बताया जाना चाहिए जैसे की वे निलंबन की कार्रवाई की जानकारी मीडिया को भेजते हैं।
सीईओ दबाकर बैठे आरटीआई की फाईल-
जिला पंचायत कार्यालय में भी अध्यापकों के स्थानांतरण से संबंधित शासन के आदेश,कितने अध्यापकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया और कितने अध्यापकों का स्थानांतरण किया गया है इस संबंध में जानकारी के लिए जिला पंचायत कार्यालय में दैनिक गोंडवाना समय की टीम द्वारा आरटीआई के तहत जानकारी मांगी गई है लेकिन जिला पंचायत कार्यालय में बैठे अधिकारी-कर्मचारी जानकारी नहीं दे रहे हैं। खास बात तो यह है कि प्रथम अपील भी की जा चुकी है। शिक्षा शाखा प्रभारी लेखापाल द्वारा 19 सितंबर की अपीलीय तारीख दी गई थी। 19 तारीख को जिला पंचायत कार्यालय में मौजूद जिला पंचायत सीईओ ने शिक्षा शाखा प्रभारी परियोजना अधिकारी श्रृद्धा उइके को निर्देशित किया था कि जानकारी उपलब्ध कराई जाए लेकिन आज तलक जानकारी नहीं दी गई है। श्रद्धा उइके से लेकर जिला शिक्षा के सभी कर्मचारियों का साफ कहना है कि स्थानांतरण से संबंधित उनके पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। कहां से स्थानांतरण किए गए हैं हमें नहीं पता है। कर्मचारी तो यह तक कह रहे हैं कि हमने नियमानुसार प्रकरण की नस्ती की फाईल जिला पंचायत सीईओ स्वरोचित सोमवंशी को दे चुके हैं वहीं से अब तक फाईल नहीं लौटी है। अध्यापकों के स्थानांतरण से संबंधित जानकारी को लेकर दर्जनों बार जिला पंचायत सीईओ स्वरोचित सोमवंशी को फोन लगाया जा चुका है लेकिन एक बार भी फोन रिसीव नहीं किया ।